अब सड़क पर नहीं दिखेगी मुंबई की सांस्कृति विरासत का हिस्सा रहीं ‘पद्मिनी प्रीमियर’ 

अब सड़क पर नहीं दिखेगी मुंबई की सांस्कृति विरासत का हिस्सा रहीं ‘पद्मिनी प्रीमियर’ 
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मुंबई। मुंबई की जान पद्मिनी टैक्सी अब बंद होने जा रही है। आज पद्मिनी टैक्सी संचालन का आखिरी दिन है। कल से यानि सोमवार से पाली-काली पट्टी की ये गाड़ी सड़क पर नहीं दिखेगी। दरअसल, आइकॉनिक इंडो-इटालियन मॉडल की प्रीमियर पद्मिनी टैक्सी का प्रोडक्शन साल 2000 में ही बंद हो गया था। इसके बाद से मात्र 50 टैक्सियां ही यहां की सड़कों पर दौड़ रही हैं। अब इन टैक्सियों को जल्द ही बंद कर दिया जाएगा। सार्वजनिक परिवहन के दो प्रतिष्ठित साधनों के अचानक बंद होने से मुंबईवासी मायूस हैं। कुछ लोगों ने सड़क पर या संग्रहालय में कम से कम एक प्रीमियर पद्मिनी के संरक्षण की मांग की है। प्रीमियर पद्मिनी कैब न केवल यात्रा का दैनिक साधन थी बल्कि मुंबई की सांस्कृतिक विरासत का अभिन्न हिस्सा भी रही है।

अब यहां पर बात करते हैं फिएट 1100 के स्वदेशी वर्जन का। सन 1964 में फिएट 1100 डिलाइट के नाम से इसे बाजार में उतारा गया था, ये फिएट 1100 का स्वदेशी वर्जन था। लॉन्चिंग के एक वर्ष बाद ही इसका नाम बदलकर प्रीमियर प्रेसिडेंट रख दिया गया। 1974 में एक बार फिर इसका नाम बदलकर प्रीमियर पद्मिनी रखा गया। ये नामकरण रानी पद्मिनी के नाम पर ही किया गया था। तब से लेकर आज तक यही नाम चला आ रहा है और यह मुंबई की दैनिक यात्रा का सबसे बेहतर साधन भी रही। यहां जिक्र कर दें कि मुंबई में कैब संचालन की समय सीमा 20 साल है, ऐसे में अब सोमवार से मुंबई में आधिकारिक तौर पर ‘प्रीमियर पद्मिनी’ टैक्सी नहीं चलेगी। मुंबई की आखिरी पंजीकृत प्रीमियर पद्मिनी टैक्सी एमएच-01-जेए-2556 है जो अब कल से यानि सोमवार से सड़क पर नहीं दिखाई देगी।

अब सड़क पर नहीं दिखेगी मुंबई की सांस्कृति विरासत का हिस्सा रहीं ‘पद्मिनी प्रीमियर’ 

 

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