Dehradun: राजधानी देहरादून में बीजेपी नेता रोहित नेगी की सनसनीखेज हत्या के महज 60 घंटे बाद पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की। मुख्य आरोपी मोहम्मद अजहर और उसका साथी आयुष उर्फ सिकंदर शुक्रवार को मुजफ्फरनगर-मंगलौर बॉर्डर पर पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गए। दोनों को ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के अनुसार, जब टीम ने दोनों को रोकने की कोशिश की तो आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों को गोली लगी। मुठभेड़ के बाद घायल आरोपियों को पुलिस जब अस्पताल ले जा रही थी, तो दोनों माफी मांगते और गिड़गिड़ाते नजर आए। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आरोपी पुलिस के सामने रोते-बिलखते दिख रहे हैं।
प्रेमनगर थानाक्षेत्र में रोहित नेगी हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त पुलिस मुठभेड़ में घायल,
गिरफ्तारी से बचने के लिए भागने के दौरान अभियुक्तों ने पुलिस टीम पर किया जानलेवा हमला, आत्मरक्षा में की गई पुलिस की जवाबी फायरिंग में 02 अभियुक्त हुए घायल।https://t.co/1XvBJ0TQfO pic.twitter.com/ru49MduIKV
— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) June 6, 2025
घटना का पूरा सिलसिला
बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रोहित नेगी की 3 जून की रात देहरादून के मांडूवाला इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी कुख्यात बदमाश मोहम्मद अजहर मलिक उर्फ अजहर त्यागी और उसके साथी आयुष उर्फ सिकंदर पर था।
सूत्रों के अनुसार, विवाद एक पार्टी के दौरान शुरू हुआ था। रोहित नेगी के एक मित्र की महिला मित्र को आरोपी अजहर ने फोन पर गाली दी थी। रोहित के मना करने पर विवाद बढ़ा। देर रात मांडूवाला के पीपल चौक पर बाइक सवार अजहर और आयुष ने बोलेरो में बैठे रोहित पर गोली चला दी। गोली रोहित की गर्दन में लगी। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस पर दबाव के बाद तेज़ हुई कार्रवाई
हत्या के बाद थाना प्रेमनगर में मुकदमा दर्ज कराने में शुरुआती लापरवाही भी सामने आई। स्थानीय जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं के दबाव में पुलिस ने अजहर त्यागी और आयुष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। गिरफ्तारी में देरी के चलते आम लोगों और कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ता गया। स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने उत्तराखंड से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा तक व्यापक तलाशी अभियान चलाया।
फिल्मी स्टाइल में पीछा, रणनीति ने दिलाई सफलता
एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने मैन्युअल पुलिसिंग और सटीक रणनीति के जरिए लगातार पीछा किया। आरोपी मोबाइल फोन बंद कर और बार-बार लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहे थे।
मुठभेड़ के दौरान जब पुलिस ने दोनों को रुकने के लिए कहा तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से दोनों घायल हो गए। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
आरोपियों की हालत देख रोहित की मां बोलीं- सीने पर चलती गोली
रोहित नेगी की मां सोमबाला और बहन ने पुलिस कार्रवाई पर संतोष जताया लेकिन कहा कि आरोपियों को पैरों में नहीं बल्कि सीने पर गोली मारनी चाहिए थी।
गिरफ्तारी के बाद गिड़गिड़ाते दिखे आरोपी
मुठभेड़ के बाद घायल दोनों आरोपी जब अस्पताल ले जाए जा रहे थे, तो उनका वीडियो सामने आया। वीडियो में दोनों रोते हुए पुलिस से माफी मांगते नजर आए। वे कह रहे थे— “साहब, अब कभी ऐसा नहीं करेंगे… माफ कर दीजिए साहब…”।
जनता में राहत, पुलिस की कार्रवाई को सराहना
हत्या के बाद देहरादून में बीजेपी कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों में भारी गुस्सा था। अब आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद लोगों में राहत देखी जा रही है। एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना हो रही है।
For latest news updates click here
For English news updates click here

Chief Editor, Aaj Khabar