Dehradun: नेता प्रतिपक्ष श्री यशपाल आर्य ने केंद्र और राज्य सरकारों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि राजीव गांधी इंटरनेशनल और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल समेत विभिन्न खेल स्टेडियमों के नामों का परिवर्तन संकीर्ण राजनीति का प्रतीक है। उन्होंने इसे द्वेष और भेदभाव के आधार पर विफलताओं पर पर्दा डालने की चिंताजनक प्रवृत्ति बताया।
श्री आर्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार का आम जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है और अब उन्होंने प्रदेश के विकास को केवल नाम बदलने तक सीमित कर दिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “भाजपा सरकार को समझना चाहिए कि नाम बदलने से काम नहीं बदलता। क्या केवल नाम बदलने से विकास की धारा बदल जाएगी?”
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटका रही है और विकास के नाम पर केवल प्रचार में लगी है। उन्होंने कहा कि तीन साल का कार्यकाल बीत चुका है, लेकिन अब तक जमीन पर कोई ठोस काम नहीं दिख रहा है।
श्री आर्य ने भाजपा को “नाम बदलने वाली सरकार” करार देते हुए कहा कि यह प्रवृत्ति नई नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, अटल मिशन फॉर रेजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT), मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया और मिशन इंद्रधनुष जैसी योजनाएं पूर्ववर्ती यूपीए सरकार की योजनाओं का ही पुनर्नामकरण हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या नाम बदलने से बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा? क्या महंगाई कम हो जाएगी? क्या सड़क, बिजली, शिक्षा, पेयजल, सिंचाई और स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी? उन्होंने कहा कि भाजपा के पास केवल जनता को गुमराह करने की नीति है, जबकि असली समस्याओं के समाधान के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
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Chief Editor, Aaj Khabar