Almora News: अल्मोड़ा। भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-109) पर सोमवार सुबह करीब साढ़े दस बजे क्वारब की पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण मार्ग बंद हो गया। इस घटना से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई और वाहनों की आवाजाही रुक गई। अल्मोड़ा, बागेश्वर, हल्द्वानी जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मलबा गिरने के बाद पहाड़ी में दरारें पड़ने से लगातार मलबा गिर रहा है और सड़क का संकरा हिस्सा टूटने के कारण यातायात पर असर पड़ा है। इस बीच, अल्मोड़ा की तरफ जाने वाले छोटे वाहनों को काकड़ीघाट और बेड़गांव होते हुए चौसली की ओर 26 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करने के लिए भेजा गया। वहीं, हल्द्वानी से अल्मोड़ा आ रहे वाहनों को खैरना की तरफ भेजा गया और उन्हें रानीखेत होते हुए जाने का निर्देश दिया गया, जिससे यात्रियों को 50 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ी।
क्वारब क्षेत्र में लगातार हो रहे भू-धंसाव से तीन जिलों की दस लाख से अधिक आबादी प्रभावित हो रही है। पहाड़ी दरकने और मलबा गिरने के कारण यात्री अपने सफर के दौरान अनहोनी का डर महसूस कर रहे हैं। शुक्रवार को भी क्वारब पर मलबा गिरने से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई थी।
क्वारब पर हो रहे भू-धंसाव और मलबा गिरने से तीन जिलों का यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों को जोड़ने वाला यह मार्ग बंद होने से यात्रियों को समय की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। सामान्यत: हल्द्वानी से बागेश्वर पहुंचने में छह घंटे लगते हैं, लेकिन मार्ग बंद होने से आठ घंटे तक का समय लग रहा है।
स्थानीय लोग भी पहाड़ी से गिरते बोल्डरों और मलबे के कारण दहशत में हैं। खासकर रात के समय तो स्थानीय लोग पूरी तरह से निश्चिंत नहीं हो पा रहे हैं।
क्वारब पर पहाड़ी से गिरते बोल्डरों के कारण स्थानीय व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। पूर्व में यहां रोजाना 70 से 80 वाहन रुकते थे, जिनमें यात्री और पर्यटक स्थानीय दुकानों पर चाय, नाश्ता और भोजन करते थे। लेकिन अब दरकती पहाड़ी के कारण कोई भी वाहन क्वारब पर नहीं रुकता, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है।
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Chief Editor, Aaj Khabar