Nainital: जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) बच्चों के जीवन को बचाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है। इस योजना के अंतर्गत जन्मजात विकारों से ग्रसित बच्चों की समय पर पहचान कर उनका सफल इलाज किया जा रहा है, जिससे कई परिवारों को आर्थिक और मानसिक राहत मिली है।
हाल ही में आरबीएसके की टीम द्वारा ओखलकांडा के कार्तिक, पुत्र प्रवेश, और रामनगर के एक अन्य बच्चे को सिर में पानी भरने की समस्या (Hydrocephalus) के कारण चिन्हित किया गया। समय रहते दोनों बच्चों को योजना के तहत हल्द्वानी रेफर किया गया, जहाँ से उन्हें देहरादून के हिमालयन अस्पताल में निशुल्क सर्जरी के लिए भेजा गया। डॉक्टरों की कुशल देखरेख में दोनों बच्चों का सफल ऑपरेशन कर उनकी जान बचाई गई।
परिवारों को इलाज के लिए किसी प्रकार की आर्थिक कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा, क्योंकि योजना के तहत समस्त चिकित्सा निशुल्क प्रदान की गई। यही नहीं, RBSK के अंतर्गत सरकारी और निजी विद्यालयों तथा आंगनबाड़ियों में वर्ष में दो बार स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है, जिससे बच्चों की समस्याओं की शीघ्र पहचान हो सके।
RBSK प्रभारी डॉ अंकित कांडपाल ने जानकारी दी कि इससे पूर्व भी क्लब फुट (Clubfoot) जैसी जन्मजात समस्याओं से ग्रसित बच्चों की पहचान कर उनका इलाज समय पर करवाया गया है। RBSK टीम में डॉक्टर, फार्मासिस्ट और अन्य स्वास्थ्यकर्मी लगातार बच्चों के हित में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।
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Chief Editor, Aaj Khabar