Rudraprayag News: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान आज सुबह आठ बजे से शुरू हो गया। कड़ाके की ठंड के बावजूद मतदान केंद्रों पर मतदाताओं में उत्साह देखने को मिला। बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला माने जा रहे इस उपचुनाव में मतदाताओं की भारी भागीदारी देखी जा रही है।
चुनाव के लिए 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें से 75% बूथों (130 पोलिंग बूथ) पर पहली बार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए 10 मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। निर्वाचन आयोग ने निगरानी के लिए 205 गाड़ियों पर जीपीएस लगाया है। साथ ही, वेबकास्टिंग और जीपीएस की मॉनिटरिंग के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय और मुख्य निर्वाचन कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।
इस बार चुनाव में दिव्यांग मतदाताओं, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। 4 विशिष्ट मतदान केंद्र, जिनमें महिला, दिव्यांग, युवा और यूनिक बूथ शामिल हैं, बनाए गए हैं। बालिका इंटर कॉलेज अगस्त्यमुनि में स्थापित “पिंक बूथ” पर स्कूली बच्चे पारंपरिक परिधानों में मतदाताओं का स्वागत कर रहे हैं। दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
केदारनाथ उपचुनाव के लिए 6 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें मुख्य मुकाबला बीजेपी की आशा नौटियाल और कांग्रेस के मनोज रावत के बीच माना जा रहा है। यह उपचुनाव बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है, जबकि कांग्रेस के लिए यह जीत संजीवनी का काम करेगी। यह सीट बीजेपी विधायक शैला रानी रावत के निधन के बाद खाली हुई थी।
केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में कुल 90,875 मतदाता हैं, जिनमें 44,919 पुरुष, 45,956 महिलाएं, 1,092 दिव्यांग और 641 ऐसे मतदाता हैं जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। पहली बार मतदान करने वाले 2,441 युवा भी इस चुनाव में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। सुबह 9 बजे तक 4.30% मतदान दर्ज किया गया था, और जैसे-जैसे दिन चढ़ा, मतदान केंद्रों पर भीड़ बढ़ने लगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने अगस्त्यमुनि स्थित “पिंक बूथ” और अन्य मतदान केंद्रों पर व्यवस्था का जायजा लिया और मतदाताओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की।
महिलाएं और युवा इस उपचुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। कई मतदान केंद्रों पर महिला मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। सर्द मौसम के बावजूद मतदाता गर्म कपड़ों में लिपटे हुए मतदान केंद्रों पर पहुंचे। धूप निकलने के बाद मतदान केंद्रों पर भीड़ और बढ़ने लगी।
इस “हॉट सीट” के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस चुनाव का परिणाम न केवल केदारनाथ, बल्कि पूरे राज्य की राजनीति पर गहरा असर डाल सकता है।
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Chief Editor, Aaj Khabar