Sambhal News: जिले के सौंधन गांव स्थित मुग़लकालीन किले का निरीक्षण करने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम पहुंची। इस दौरान टीम ने किले के आसपास के क्षेत्र में अतिक्रमण की स्थिति का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए।
एएसआई की टीम ने किले की पैमाइश अपने नक्शे के अनुसार की, क्योंकि लेखपाल द्वारा पुराने नक्शे की उपलब्धता नहीं कराई जा सकी। पैमाइश के दौरान कई स्थानों पर अतिक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसे हटाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों को चेतावनी दी गई। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि जिले में छह संरक्षित स्मारक हैं, जिनमें से सभी का एएसआई की टीम द्वारा निरीक्षण किया जाएगा, ताकि अतिक्रमण हटाया जा सके।
डीएम के अनुसार, जिले में एएसआई द्वारा संरक्षित छह प्रमुख स्मारक हैं, जिनमें संभल की जामा मस्जिद, फिरोजपुर किला, सौंधन किला, चंद्रेश्वर तीर्थ, बेरनी मंदिर, और गुमथल स्मारक शामिल हैं। सभी स्मारकों के आसपास अतिक्रमण की स्थिति पाई गई है। सौंधन किले का निरीक्षण इसी क्रम में किया गया था।
सौंधन किला मुग़ल सम्राट शाहजहाँ के शासनकाल में, 1645 ई. में बनवाया गया था। यह किला तत्कालीन स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है और मुग़ल साम्राज्य के दौर की महत्वपूर्ण यादगारों में से एक माना जाता है। किले के पास एक मस्जिद भी बनवायी गई थी, लेकिन अब किले की हालत जर्जर हो चुकी है। देखरेख के अभाव में यह स्मारक अतिक्रमण और अवैध कब्जों के कारण नष्ट हो रहा है।
पैमाइश के दौरान टीम को यह पाया गया कि एएसआई द्वारा लाई गई पुरानी नक्शे के अनुसार किले का आकार बड़ा था, जबकि मौके पर किला छोटे आकार में पाया गया। इसके अलावा, किले के आसपास के क्षेत्र में निर्माण कार्य और अतिक्रमण भी पाया गया, जो कि अवैध कब्जों की ओर इशारा करता है। एएसआई की टीम ने लेखपाल और कानूनगो से पुराने नक्शे की मांग की है, ताकि सही आंकलन किया जा सके और कार्रवाई की जा सके।
टीम के एक सदस्य ने बताया कि जिन स्थानों पर अतिक्रमण और अवैध कब्जे पाए गए हैं, वहां जल्द ही कानूनन कार्रवाई की जाएगी। एएसआई के द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, सभी अतिक्रमणों को हटाया जाएगा। इस दौरान जिले के एएसपी श्रीश्चंद्र भी मौके पर पहुंचे और किले के आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने भी स्थानीय अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
डीएम ने कहा कि जिले में स्थित सभी छह संरक्षित स्मारकों की पैमाइश की जाएगी। एएसआई की टीम अतिक्रमण की स्थिति का लगातार मूल्यांकन करती रहेगी और जहां भी अतिक्रमण मिलेगा, उसे हटाया जाएगा।
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Chief Editor, Aaj Khabar