जगदीश जोशी ०
अल्मोड़ा। धार्मिक दृष्टि से गौरवशाली अतीत रखने वाली सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा का भगवान राम से निकट का रिश्ता रहा है। ऐतिहासिक मल्ला महल में स्थापित रामशिला( राम पादुका) मंदिर इसका प्रमाण है। कहा जाता है कि यह मंदिर भगवान राम के यहां रहे प्रवास का प्रतीक है। जहां आदिकाल से उनकी चरणों की वंदना होते आती रही है। चंद राजवंश के दौर में इस स्थल के निकट मल्ला महल के साथ ही मंदिर समूह की स्थापना की गई। जोकि आज भी श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना हुआ है। आयोध्या में राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर इस मंदिर का महत्व और बढ़ जाता है।
अल्मोड़ा का वृत्तांत स्कंदपुराण के मानसखंड में इस प्रकार मिलता है। कौशिकी शाल्मली मध्ये पुण्यः काषाय पर्वतः तस्य पश्चिम भागे वै क्षेत्र विष्णो प्रतिष्ठितम्। अर्थात कौशिकी (कोसी) और शाल्मली (सुयाल) नदियों के बीच में एक पावन पर्वत स्थित है। जहां विष्णु का निवास है। भगवान राम भी विष्णु के अवतार थे। कुमाऊं के इतिहास के वैदिक व पौराणिक खंड में स्व बद्री दत्त पांडे भी राम व कृष्ण के कुमाऊं में आने की बात कहते हैं। उनके अनुसार यह बातें पुराणों में विद्यमान हैं। कहीं पादुकाएं हैं कहीं सीतावनी जैसे स्थान हैं। कहा तो यहां तक जाता है कि रावण को मारने के बाद ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति के लिए भगवान राम यहां पहुंचे और उन्होंने इस क्षेत्र में तर्पण किया। उत्तराखंड मुक्त विवि के इतिहास विभाग के प्रो मदन मोहन जोशी के अनुसार पुराणों में वर्णित मान्यताओं का हमेशा महत्व रहा है। भगवान राम के अल्मोड़ा को लेकर जुड़े प्रसंग इसकी पुष्टि करते हैं।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि अल्मोड़ा में अंग्रजों के जमाने तक विष्णु के मंदिरों का महत्व बना रहा था। आदि कवि लोकरत्न गुमानी पंत की अंग्रेजों के नगर से बिष्णु मंदिर को हटाए जाने की चर्चित कविता है। विष्णु देवाल उखाड़ा ऊपर बंगला बना खरा मल्ले महल उड़ाई नंदा बंगलों से हैं वहाँ भरा अंग्रेज़ों ने अल्मोड़े का नक्शा औरी और करा।
सांस्कृतिक नगरी के खजांची मोहल्ले में रघुनाथ मंदिर भी भगवान राम के प्रति श्रद्धा का केंद्र है। वहीं जिले के चौखुटिया मासी के पन्याली के पास कोटयूड़ा गांव में स्थित राम पादुका मंदिर समूह भी भगवान राम से जुड़ा हुआ है। यह मंदिर भी भगवान राम के नाम से बहने वाली रामगंगा नदी के किनारे बसा है। कुल मिला कर भगवान राम का कुमाऊं की सांस्कृतिक राजधानी से अटूट संबंध रहा है।
Chief Editor, Aaj Khabar