उत्तराखंड में दवा कंपनियों को अनुमोदन के लिए अब नहीं करनी पड़ेगी मशक्कत, ऋषिकेश एम्स में खुला सीडीएससीओ का कार्यालय।

उत्तराखंड में दवा कंपनियों को अनुमोदन के लिए अब नहीं करनी पड़ेगी मशक्कत, ऋषिकेश एम्स में खुला सीडीएससीओ का कार्यालय।
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देहरादून। दवा बनाने की कंपनियों को अब अनुमोदन के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेेगी। एम्स ऋषिकेश में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने अपना जोनल कार्यालय खोल दिया है। यहां असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर स्तर के अधिकारी केा भी तैनात कर दिया गया है। एम्स ऋषिकेश ने सीडीएससीओ के लिए अपने परिसर के फार्माकॉलोजी विभाग स्थान उपलब्ध कराया है। एम्स ऋषिकेश ने संगठन को अपने परिसर में स्थान उपलब्ध कराया है। संगठन का मुख्यालय एफडीए भवन कोटला रोड नई दिल्ली स्थित है। बता दें कि सीडीएससीओ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय दवा प्राधिकरण है जो दवाओं और सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम,1940 के तहत नई दवाओं और नैदानिक परीक्षण नियम, 2019 के प्रावधानों के अनुसार टीकों सहित दवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावकारिता को नियंत्रित करता है। यह संगठन देश में नई दवाओं और नैदानिक परीक्षणों के अनुमोदन के लिए नोडल प्राधिकरण है। यह आयातित दवाओं की गुणवत्ता पर दवा नियंत्रण के मानकों को निर्धारित करने के साथ ही कई राज्य औषधि नियंत्रण संगठनों की गतिविधियों का समन्वय भी करता है और औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम के प्रवर्तन में एकरूपता लाने के लिए विशेषज्ञ सलाह प्रदान करता है। सीडीएससीओ के पास अधिनियम की धारा 26ए के तहत हानिकारक या उप-चिकित्सीय मानी जाने वाली दवा पर प्रतिबंध लगाने की शक्ति है। यह सरकारी अस्पतालों या चिकित्सा संस्थानों को अपने रोगियों के उपयोग के लिए दवाओं के आयात के लिए लाइसेंस देने के लिए भी जिम्मेदार है।

उत्तराखंड में दवा कंपनियों को अनुमोदन के लिए अब नहीं करनी पड़ेगी मशक्कत, ऋषिकेश एम्स में खुला सीडीएससीओ का कार्यालय।

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