देहरादून। चकराता तहसील के सीमांत गांवों के जंगलों में भड़की आग की चपेट में आने सेब के बगीचे जलकर राख हो गए हैं। आग से 17 ग्रामीणों के सेब के बगीचों को नुकसान पहुंचने की सूचना है। बताया जा रहा है कि चकराता तहसील के सीमांत गांव सैंज-तराणू पंचायत के जंगलों में आग लगी थी। आग बुझाने के प्रयास नहीं किए जाने से आग फैलती चली गई और सेब के बगीचों को अपनी चपेट में ले लिया।
आग की चपेट में आने से खेड़ा बसलाड और डांगूठी-सिरलाडी में दयाराम राणा, जमाराम शर्मा, प्रताप राणा, मातबर शर्मा, धन सिंह शर्मा, ओम प्रकाश, सतीश शर्मा व निकाराम समेत आठ अन्य ग्रामीणों के सेब बगीचे जलकर राख हो गए हैं। बताया जा रहा है कि आग की चपेट में आने से 2 हजार से ज्यादा पेड़ों को नुकसान पहुंचा है। आग से किसानों को लाखों रूपए का नुकसान हुआ है। वहीं टौंस घाटी से सटे जंगलों में भीषण आग लगने की वजह से धुंआ भी चारों ओर फैला हुआ है। बीती शनिवार को भी त्यूणी के सीमांत गांवों खेड़ा उदरकोट के जंगल में आग लग गई थी जिससे करीब डेढ़ हजार सेब के बगीचे आग की चपेट में आ गए थे। प्रभावित किसानों ने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है। इधर राजस्व विभाग भी आग से हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने में जुट गया है।
Chief Editor, Aaj Khabar