देहरादून। दरोगा भर्ती धांधली के मामले की जांच रिपोर्ट विजिलेंस ने शासन को सौंप दी है। अब शासन इन दरोगाओं के भाग्य का फैसला करेगा। कई दरोगा पाक साफ मिले हैं जबकि कई दरोगाओं पर आरोप साबित हो गए हैं। भर्ती धांधली की बात सामने आने के बाद 20 दरेगाओं को पिछले साल जनवरी में सस्पैंड कर दिया गया है। यहां पर बता दें कि एसटीएफ ने मई 2022 में यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तरीय परीक्षा धांधली की जांच शुरू की थी। इस दौरान कई आरोपियों और नकल माफिया को भी गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला था कि 2015 में दरोगा की सीधी भर्ती में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी। तभी इस पूरे मामले की जांच चल रही थी। धांधली के आरोप में 20 दरोगाओं को सस्पैंड कर दिया गया। विजिलेंस ने पूरे मामले में सस्पैंडेड दरोगाओं अैर उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की गई जिसमें कई दरोगाओं पर जमीन गिरवी रख कर पैसा देने का आरोप लगा है। विजिलेंस द्वारा रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है। अब इन दरोगाओं के भाग्य का फैसला शासन स्तर से होगा।
Chief Editor, Aaj Khabar