लालकुआं। रेलवे की जमीन पर हुए अतिक्रमण को लेकर मंगलवार को रेलवे और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। हालांकि लोगों ने अतिक्रमण का विरोध भी किया लेकिन भारी की मौजूदगी के आगे उनकी एक नहीं चली। भारी विरोध के बीच प्रशासन ने कुछ दुकानों को ध्वस्त कर दिया।
मंगलवार को मजिस्ट्रेट मनीषा बिष्ट के नेतृत्व में रेलवे व जिलाप्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए लालकुआं स्टेशन गेट पर पहुंची। टीम के पहुंचते ही विरोध में लोगों का हूजुम भी मौके पर लग गया और वह अतिक्रमण हटाने का विरोध करने लगे। लेकिन प्रशासन ने उनकी एक सुनी और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। सबसे पहले धर्म कांटा हटाया गया, इसके बाद जैसे ही दोनों भवनों के आधे हिस्से को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई तो व्यापारियों ने पुनः विरोध कर दिया। उन्होंने भवन को जेसीबी से तोड़ने के बजाए हथौड़े से तोड़ने की नसीहत दी। इसके बाद व्यापारी खुद ही अपने भवनों पर घन और हथौड़े चलाने लगे। इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी संगीता, कोतवाल डीआर वर्मा, रजिस्ट्रार कानूनगो मोहित बोरा के साथ ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती रही। यहां पर उल्लेख कर दें कि रेलवे ने 3 मई को नोटिस देकर अवैध कब्जा हटाने का आदेश था। आज आखिरी तारीख थी। 2018 में इस भूमि पर राज्य सरकार और रेलवे ने एक साथ जांच शुरू की थी जिसमें 84 अतिक्रमण पाए गए। इसके बाद कई बार जांच हुई। मौजूदा समय में चार हजार लोगों ने टिन शेड डालकर रेलवे की जमीन पर कब्जा जमाया हुआ है। रेलवे के इन्हें हटाने के लिए 10 दिन की मोहलत दी थी।
Chief Editor, Aaj Khabar