सभी भाषाओं की जननी है संस्कृतः प्रो. शर्मा, संस्कृत भारती का प्रबोधन वर्ग शुरू।

सभी भाषाओं की जननी है संस्कृतः प्रो. शर्मा, संस्कृत भारती का प्रबोधन वर्ग शुरू।
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हल्द्वानी। संस्कृत भारती उत्तरांचल न्यास के कुमाऊं संभाग की ओर से श्री राममंदिर धर्मशाला रेलवे बाजार हल्द्वानी में आवासीय प्रबोधन वर्ग का शुभारंभ हो गया है। कार्यक्रम का उद्घाटन वैदिक मंत्रोच्चारण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। अतिथियों का स्वागत प्रान्तसह मंन्त्री डॉ चन्द्र प्रकाश उप्रेती ने किया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं के जननी है, इसीलिए संस्कृत के प्रचार प्रसार हेतु संस्कृत भारती का कार्य प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि संस्कृत केवल कर्मकाण्ड कि भाषा नही है। भारत का अस्तित्व ही संस्कृत से है। अतरू हम सभी को इसके बोलने का अभ्यास बढ़ाना चाहिए।

विशिष्ट अतिथि लालकुआं विधानसभा के लोकप्रिय विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट  ने कहा कि आप लोग सौभाग्यशाली हैं कि देवभाषा संस्कृत में बोलने के लिए इतनी दूर-दूर से आए हैं। संस्कृत हमारा वैभव है, इसे बचाना भी हमारा ही काम है।

विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. नीलाम्बर भट्ट जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्कृत हमारी मूल में है। इसका संरक्षक करना हमारा परम कर्तव्य है।

सारस्वत अतिथि सहायक केंद्रीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी श्री विमल पांडे रहे उन्होंने कहा की संस्कृति हमारी जीवन पद्धति है। किसी भी विषय में यदि शीघ्र समझने की शक्ति को बढ़ाना है तो उसको पहले संस्कृत अध्ययन करना चाहिए।

कार्यक्रम  की अध्यक्षता कर रही संस्कृतभारती की प्रन्ताध्यक्षा श्रीमती जानकी त्रिपाठी ने कुमाऊं संभाग के प्रत्येक जनपद से आए हुए शिक्षार्थियों का अभिवादन करते हुए, संस्कृत को बढ़ावा देने की बात कही। इस अवसर पर मंच का संचालन डॉ प्रकाश जांगी ने किया। प्रस्तावित उद्वोधन प्रांतमंत्री गिरीशचंद्र तिवारी ने दिया। कुमाऊं संभाग संपर्क प्रमुख प्रकाश भट्ट ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस वर्ग के वर्गाधिकारी श्री कैलाश पंत ने सभी वर्गार्थियों को शुभकामनाएं दी। शिविर का समापन 8 जनवरी को होगा इस आवासीय प्रबोधन वर्ग में 60 से अधिक शिक्षार्थी प्रशिक्षण लेंगे। इस अवसर पर डॉ. गोपाल दत्त त्रिपाठी, डॉ. जगदीश चंद्र पांडे, नाजिया, अब्दुल कवि, डॉ. नीरज जोशी, डॉ कंचन तिवारी, डॉ. हेमंत जोशी, डॉ. कमल बेलवाल, डॉ. नवीन जोशी, डॉ. राजेंद्र भट्ट, जगदीश जोशी, मनोज पांडे, पंकज कपूर, गीतिका तिवारी, आलोक टंडन, भूपेश जोशी, मोहित आदि उपस्थित थे।

सभी भाषाओं की जननी है संस्कृतः प्रो. शर्मा, संस्कृत भारती का प्रबोधन वर्ग शुरू।

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