अल्मोड़ा। भाकृअनुप- विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुंसधान संस्थान के वैज्ञानिकों की ओर से शोध के बाद तैयार किया गया वीएल पॉलीटनल जल्द ही काश्तकारों को उपलब्ध होगा। संस्थान ने इसके निर्माण के लिए उप्र के वाराणसी के मोहन कुंज अपार्ट में स्थापित पराशर एग्रोटेक बायो प्रालि के साथ समझौता किया है। कंपनी इसका निर्माण कर इसको काश्तकारों को उपलब्ध कराएगी।
संस्थान के वैज्ञानिकों के अनुसार वीएल पॉलीटनल का निर्माण नर्सरी की आवश्यकता को देखते हुए किया गया है। सर्दी के मौसम में पाला गिरने से नर्सरी में धीमी गति से अंकुरण और वृद्धि होती है। वहीं इस दौरान पाला ओले तथा हिमपात होने की संभावना बनी रहती है जोकि खुले में बनाई गई नर्सरी के पौधों के लिए प्रतिकूल रहती है। कई बार नर्सरी को पूरा ही नुकसान हो जाता है। नौबत दोबारा बुआई की जरूरत हो जाती है। इससे काश्तकार समय पर रोपाई नहीं कर सकते हैं। वहीं देर में फसल लगाने से उत्पादन भी कम होता है। इन परिस्थितियों से बचने के लिए संस्थान के वैज्ञानिकों ने वीएल पॉलीटनल तैयार किया है। यह पालीटनल स्टील पाइप से बना है जोकि नर्सरी के लिए सुरक्षात्मक संरचना के रूप में विकसित किया है। यह अर्ध-वृत्ताकार आकार का है जिसके लिए जमीन में 2 वर्ग मीटर क्षेत्रफल और कुल उपलब्ध क्षेत्र 4 वर्ग मीटर की आवश्यकता रहती है। इसकी कीमत 6 हजार रुपये तय की गई है। काश्तकार सर्दियों के अलावा मानसून के दौर में भी इसका उपयोग कर सकते हैं। इसका उपयोग खेत की उपज को सुखाने व ढकने के लिए भी किया जा सकता है। इसके अधिकतम भाग वियोज्य हैं और एक पॉलीटनल को सुरक्षित परिवहन के लिए (105×25×80 सेमी3)आयतन की आवश्यकता होती है।
इधर संस्थान के निदेशक डा लक्ष्मीकांत आईटीएमयू के अध्यक्ष डा निर्मल कुमार हेडाऊ व फसल उत्पादन विभागाध्यक्ष डा बृजमोहन पांडे के साथ ही कंपनी के निदेशक पूर्णेंद्र शेखर पांडे ने कंपनी के साथ हुए समझौते पर हस्ताक्षर किए।
Chief Editor, Aaj Khabar