Dehradun News: उत्तराखंड के देहरादून जिले में भाजपा नेता समेत तीन व्यक्तियों के खिलाफ फर्जी आदेश तैयार करने का मामला दर्ज किया गया है। आरोपितों में से एक व्यक्ति ने खुद को गोरखमठ से जुड़ा हुआ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सलाहकार बताया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, अजय सिंह ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे एक पत्र में नीरज कश्यप, जो कि लक्ष्मीपुर सहसपुर का निवासी है, को सुरक्षा प्रदान करने की बात की गई थी। यह पत्र मुख्य सचिव उत्तराखंड, राधा रतूड़ी के नाम से जारी किया गया था।
जब पत्र के बारे में मुख्य सचिव के वरिष्ठ निजी सचिव मोहन लाल उनियाल से पूछताछ की गई, तो यह स्पष्ट हुआ कि यह पत्र मुख्य सचिव के कार्यालय से जारी नहीं हुआ था। पत्र में नीरज कश्यप को सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने की बात कही गई थी, और उस पर मुख्य सचिव के हस्ताक्षर अन्य दस्तावेजों से कॉपी करके पेस्ट किए गए थे।
जांच के दौरान नीरज कश्यप ने बताया कि उनका संपर्क पंडित राज आचार्य उर्फ नागेंद्र से था। कश्यप ने कहा कि उन्होंने सुरक्षा गार्ड प्राप्त करने के लिए पंडित आचार्य से बात की थी। पंडित आचार्य ने दावा किया कि वह गोरखनाथ मठ से जुड़ा हुआ है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सलाहकार है।
जब इस मामले में पंडित राज आचार्य से पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि यह पत्र सुधीर मिश्रा नामक व्यक्ति ने भेजा था, जो कि लखनऊ के सीसामऊ का निवासी है और पंडित आचार्य से संपर्क में था।
जांच के बाद यह सामने आया कि 10 फरवरी 2024 को मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन की ओर से जारी किया गया यह पत्र कूटरचित तरीके से तैयार किया गया था। इस मामले में भाजपा नेता नीरज कश्यप, पंडित राज आचार्य उर्फ नागेंद्र और सुधीर मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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Chief Editor, Aaj Khabar