Haridwar News: सोशल मीडिया पर दो पत्नियों वाले यूट्यूबर के रूप में मशहूर अरमान मलिक ने हरिद्वार में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। आरोप है कि मलिक ने अपने साथी यूट्यूबर सौरभ के साथ मारपीट की, जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। यह घटना ज्वालापुर के खन्नानगर क्षेत्र की है, जहां अरमान मलिक और सौरभ के बीच विवाद बढ़ गया।
घटना की शुरुआत तब हुई जब सौरभ ने अपने यूट्यूब चैनल पर अरमान मलिक के खिलाफ एक रोस्ट वीडियो अपलोड किया। इस वीडियो में अरमान मलिक और उनके परिवार के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई थी, जिसे लेकर अरमान मलिक नाराज हो गए। मलिक का आरोप है कि सौरभ ने वीडियो में उनके परिवार को निशाना बनाकर अपमानजनक बातें कही थीं।
नाराज अरमान मलिक ने अपने कुछ दोस्तों के साथ ज्वालापुर के खन्नानगर स्थित सौरभ के घर पहुंचकर उससे मारपीट की। इस घटना के बाद सौरभ ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद दोनों पक्षों को ज्वालापुर रेल पुलिस चैकी में बुलाया गया।
पुलिस की पूछताछ में अरमान मलिक ने दावा किया कि सौरभ के रोस्ट वीडियो में उसके परिवार के खिलाफ अपमानजनक बातें कही गई थीं, जिसके चलते वह गुस्से में आकर सौरभ के पास पहुंचा और उसके साथ मारपीट की। वहीं, सौरभ ने भी पुलिस के सामने कहा कि उसने कभी भी अरमान की व्यक्तिगत जीवन या परिवार के बारे में अपमानजनक टिप्पणी नहीं की थी, बल्कि यह केवल एक मजाक था।
रेल पुलिस चैकी प्रभारी एसआई आरके पटवाल ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि यह विवाद यूट्यूब वीडियो को लेकर उत्पन्न हुआ था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया और बाद में मामला शांत करवा दिया। पुलिस ने अरमान मलिक को उसकी हरकत के लिए कड़ी फटकार भी लगाई, लेकिन किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। अंत में, दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया और मामला रफा-दफा कर दिया गया।
यह घटना एक तरह से उत्तराखंड में सोशल मीडिया विवादों की बढ़ती घटनाओं को भी रेखांकित करती है। इस साल मई में भी उत्तराखंड में यूट्यूबर फरमानी नाज के खिलाफ एक विवाद सामने आया था। रुद्रपुर के एक युवक ने फरमानी के वीडियो को एडिट करके उसमें अभद्र भाषा का प्रयोग किया था, जिसके बाद फरमानी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, लेकिन बाद में उसने माफी मांगने के बाद उसे छोड़ दिया गया।
अरमान मलिक और सौरभ के बीच यह विवाद इस बात की ओर इशारा करता है कि सोशल मीडिया पर किसी की व्यक्तिगत टिप्पणी या रोस्ट वीडियो कभी-कभी गंभीर विवादों का कारण बन सकती है। हाल ही में बढ़ते सोशल मीडिया विवादों ने यह सवाल खड़ा किया है कि क्या इंटरनेट पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं हो रहा है और क्या ऐसे मामलों में कानून की सख्ती की आवश्यकता नहीं है?
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Chief Editor, Aaj Khabar