Uttarakhand: HMPV वायरस का खतरा बढ़ा, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, अस्पतालों में इंतजाम तेज

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HMPV और सीजनल इन्फ्लुएंजा को लेकर अलर्ट जारी

उत्तराखंड में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) और सीजनल इन्फ्लुएंजा को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिए अस्पतालों में तैयारी शुरू कर दी गई है।

HMPV के लिए अस्पतालों में 100 बेड आरक्षित, दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था

स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के प्रमुख अस्पतालों में 100 बेड आरक्षित किए हैं।
सीएचसी में भी 2-2 बेड सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल, बीडी पांडे अस्पताल
और बेस अस्पताल में आईवी इंजेक्शन, फ्लूड और दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने खरीदी HMPV जांच किट

मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने आईसीएमआर के निर्देशानुसार एचएमपीवी वायरस की जांच के लिए किट खरीद ली है।
विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश ने बताया कि जल्द ही जांच सुविधा उपलब्ध होगी।

HMPV को लेकर लापरवाही बरतने से बचें, स्वास्थ्य विभाग ने दी ये सलाह

  • बच्चे, बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग विशेष सतर्कता बरतें।
  • छींकते या खांसते समय नाक और मुंह ढकें।
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचें।
  • हाथों को साबुन-पानी से साफ रखें।
  • पौष्टिक आहार और तरल पदार्थों का सेवन करें।
  • लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

HMPV संक्रमण रोकने में सावधानी जरूरी

डॉ. उमेश ने बताया कि एचएमपीवी सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों के साथ आता है और तीन से पांच दिनों में ठीक हो सकता है।
हालांकि, बचाव के नियमों का पालन कर संक्रमण फैलने की संभावना कम की जा सकती है।

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अस्पतालों में लापरवाही पर सवाल

अलर्ट के बावजूद अस्पतालों में लापरवाही देखने को मिली। ओपीडी में मरीजों की भीड़ नियमों का पालन करती नहीं दिखी।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से नियमों का पालन करने की अपील की है।

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