पीओपी का अंतिम पग भरते ही सेना का अभिन्न अंग बने 343 जैंटलमैन कैडेट, मित्र देशों के 29 कैडेट भी पास आउट।

पीओपी का अंतिम पग भरते ही सेना का अभिन्न अंग बने 343 जैंटलमैन कैडेट, मित्र देशों के 29 कैडेट भी पास आउट।
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देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी में शनिवार को पासिंग आउट परेड का आयोजन यिका गया। पीओपी का अंतिम पग भरते ही 343 (29 कैडेट मित्र देशों के) जैटेलमैन कैडेट अपनी-अपनी सेना का अभिन्न हिस्सा बन गए। परेड में पहली बार श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टापफ शैवेन्द्र सिलवा ने परेड की सलामी ली। हर बार की तरह उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा 68 कैडेट पास आउट हुए हैं जबकि उत्तराखंड 42 कैडेट के साथ दूसरे नंबर पर रहा। पासिंग आउट परेड को देखते हुए सैन्य अकादमी परिसर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। शनिवार को आईएमए देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। परेड को देखते हुए ट्रैफिक रूट में भी बदलाव किया गया था। भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में शनिवार को आयोजित हुई। परेड से पहले परिसर में सेना और बाहर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। अकादमी के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर सुबह आठ बजे परेड शुरू हुई। पहली बार श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ शैवेंद्र सिलवा ने परेड की सलामी ली। कैडेट गौरव यादव को स्वॉर्ड ऑफ ऑनर के प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा गया। ऑर्डर ऑफ मेरिट में पहले स्थान पर रहे गौरव यादव को स्वर्ण, दूसरे स्थान पर रहे सौरभ बधानी को रजत और तीसरे स्थान पर रहने वाले आलोक सिंह को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया। इसके अलवा पीओपी में प्रशिक्षण के दौरान बेहतर प्रदर्शन देने वाले जीसी को भी अवॉर्ड दिया गया। वही मित्र देशों के ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पर आए कैडेट के लिए बांग्लादेश पदक नेपाल के शैलेश भट्टा को प्रदान किया गया। आईएमए देहरादून की स्थापना के बाद से अब तक यहां से 65234 देशी एवं विदेशी कैडेट्स पास आउट हो चुके हैं। वहीं, आईएमए के नाम अब तक 2914 विदेशी कैडेट्स को ट्रेनिंग देने का गौरव भी जुड़ गया है। इस बार भी उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा कैडेट्स देने वाला राज्य बना है। उत्तर प्रदेश के 68 कैडेट्स पास आउट होकर अफसर बनें। जबकि, उत्तराखंड इस बार दूसरे स्थान पर है। पिछली बार 20 राज्यों के कैडेट पीओपी में शामिल थे, लेकिन इस बार 27 राज्यों के कैडेट पीओपी में शामिल हुए। इस बार उत्तर प्रदेश से 68, उत्तराखंड से 42, राजस्थान से 34, महाराष्ट्र से 28, बिहार से 27, हरियाणा से 22, पंजाब से 20, हिमाचल प्रदेश से 14, कर्नाटक से 11, जम्मू कश्मीर से 10, केरल से 9, पश्चिम बंगाल से 9, दिल्ली से 8, तमिलनाडु से 8, मध्य प्रदेश से 7, झारखंड से 5, उडीसा से 5, आंध्रप्रदेश से 4, छत्तीसगढ़ से 3, चंडीगढ़ से 3, गुजरात से 2, तेलंगाना से 1, अरुणाचल प्रदेश से 1, असम से 1, मणिपुर से 1, मेघालय से 1 और नेपाली मूल (भारतीय सेना) 4 कैडेट पीओपी में शामिल हुए।

पीओपी का अंतिम पग भरते ही सेना का अभिन्न अंग बने 343 जैंटलमैन कैडेट, मित्र देशों के 29 कैडेट भी पास आउट।

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