जम्मू-कश्मीर से बुधवार को एक ऐसी खबर आई, जिसने पूरे देश को गमगीन कर दिया. अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन सपूत शहीद हो गए. आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर उस वक्त गोली चला दी, जब वे सर्च ऑपरेशन चला रहे थे. इस हमले में वह घायल हो गए. उन्हें इलाज के लिए आनन-फानन में एयरलिफ्ट किया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकेरनाग में एक आतंकी हमले में भारतीय सेना के तीन वीर सैनिकों की शहादत हो गई है, जो देश की सेना के गर्वशील अधिकारी थे। इस मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक, और जम्मू और कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट शहीद हो गए, जबकि दो जवान अब लापता हैं। यह घातक मुठभेड़ गारोल इलाके में बुधवार को हुई, और इसने पूरे क्षेत्र में आतंकवाद के खिलवाड़ी के खिलाफ सेना और पुलिस के साथ मिलकर लड़ने की दरकार को प्रमोट किया है।
हुमायूं भट्ट के बारे में बताया गया है कि वे दो महीने की छोटी बेटी के पिता थे, और उनका परिवार उनकी शहादत से गहरा दुखी है। इस आतंकी हमले के समय, सुरक्षा बलों ने एक बड़ा प्रयास किया और आतंकवादियों के साथ मुकाबला किया, लेकिन इसके बावजूद ये तीन वीर सैनिक जीवन की बाजी लगाने के बजाय शहीद हो गए।
यह हमला एक बार फिर साबित करता है कि जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद एक महामारी की तरह बढ़ रहा है, और सेना और पुलिस के जवान दिन रात में देश की सुरक्षा में अपने जीवन की बाजी लगा रहे हैं। इस समय हमें इन वीरों की शहादत को सलामी देनी चाहिए, और हमें उनके परिवारों के साथ खड़ा होना चाहिए। समृद्धि के साथ हमें सुरक्षित और सामृद्ध जम्मू और कश्मीर की दिशा में कठिन कदम बढ़ाने का प्रयास करना होगा।
Chief Editor, Aaj Khabar