नई दिल्ली। जी- 20 समिट 2023 के समय देश का नाम बदलने की खूब चर्चा हुई। कहा गया कि इंडिया की जगह भारत लिखा जाएगा। राष्ट्रपति ने जी 20 के न्योते में भी भारत लिखकर भेजा गया। समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेमप्लेट पर भी भारत लिखा गया। उसके बाद संसद का विशेष सत्र बुलाया गया तो चर्चा ने जोर पकड़ लिया। नैशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग की हाई लेवल कमिटी की इसी सिफारिश पर मुहर लग गई है। एनसीईआरटी की किताबों में अब इंडिया शब्द देखने को नहीं मिलेगा। एनसीईआरटी की हाई लेवल कमेटी ने छात्रों को इंडिया की जगह देश का नाम भारत पढ़ाने का सुझाव दिया था। समिति ने पाठ्यपुस्तकों में प्राचीन इतिहास के बजाय शास्त्रीय इतिहास को शामिल करने की सिफारिश की है। समिति का कहना है कि अंग्रेजों ने भारतीय इतिहास को तीन चरणों में विभाजित किया है- प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक जिसमें भारत को अंधकार में दिखाया है। वैज्ञानिक ज्ञान और प्रगति से अनभिज्ञ दिखाया गया।
Chief Editor, Aaj Khabar