Gairsain News: देर रात कड़ाके की ठंड में आंदोलित लोगों ने मशाल जुलूस निकाला, वहीं व्यापार संघ अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट की आमरण अनशन पर बैठने के कारण तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें सीएचसी गैरसैंण में भर्ती कराया। प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए एनटी महेन्द्र आर्य और थानेदार जे एस नेगी की टीम को भेजकर बिष्ट को तहसील के वाहन से अस्पताल पहुंचाया। सुबह उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बिष्ट के अनशन स्थल को छोड़ते ही, सुरेंद्र धीयन, जो कि पूर्व क्षेपंस गैड़ गांव निवासी हैं, आमरण अनशन में बैठ गए हैं।
सुरेंद्र बिष्ट ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी तबीयत और बिगड़ेगी, तो कोई अन्य व्यक्ति रामलीला मैदान में आमरण अनशन पर बैठकर उनकी 14 सूत्री मांगों को उठाएगा। बिष्ट ने अपनी मांगों के बारे में जिलाधिकारी चमोली से अनुरोध किया कि वे उनके धरना स्थल पर आकर मामले की सुनवाई करें।
मशाल जुलूस में शामिल आंदोलित लोग देर रात मुख्य चौराहा होते हुए, ब्लाक आवासीय कॉलोनी और खेल मैदान से होते हुए रामलीला मैदान पहुंचे। सुरेंद्र बिष्ट के आमरण अनशन के छठे दिन भी, उन्होंने अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति, महाविद्यालय में स्नातकोत्तर स्तर पर विज्ञान संकाय शुरू करने सहित अन्य मांगों को लेकर अपना आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया।
इस बीच, बिष्ट के समर्थन में कांडा गांव के नरेंद्र बिष्ट, लखपत सिंह, जगदीश शाह, जसपाल सिंह, दीपक बिष्ट, अजीत शाह, हरीश बिष्ट, खीम सिंह, विक्रम सिंह सहित कई लोग क्रमिक अनशन पर बैठे रहे। आंदोलन में कांडा, तोल्यूं, छजगाड़ सहित आसपास के कई गांवों के ग्रामीण भी पहुंचे। धारगैड़, सलियांणा और छजगाड़ गांव की महिला मंगल दल की सदस्यों ने भी इस आंदोलन को समर्थन दिया।
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Chief Editor, Aaj Khabar