New Delhi : दिवाली के अवसर पर साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं और लोगों की मेहनत की कमाई ठगने के लिए फिशिंग लिंक और धोखाधड़ी संदेशों का जाल बिछा रहे हैं। ऐसे फर्जी संदेशों में ग्रीटिंग्स या ऑफर के नाम पर लिंक भेजे जा रहे हैं, जिन पर क्लिक करते ही आपकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी होने का खतरा है। एसटीएफ और साइबर थाना पुलिस ने लोगों को जागरूक करते हुए एडवाइजरी जारी की है ताकि त्योहार की खुशियों में किसी तरह की परेशानी न हो।
ठगी का तरीका
साइबर अपराधी दिवाली की बधाई या ऑफर का लालच देकर लिंक भेजते हैं। कई बार ये संदेश किसी परिचित के नाम से भी आते हैं, जिससे लोग धोखे में आकर मांगी गई जानकारियां भर देते हैं। यह जानकारी ठगों को आपके बैंक खातों तक पहुंचने का रास्ता दे सकती है और आपके फोन की सुरक्षा भी खतरे में डाल सकती है।
कैसे करें बचाव?
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी संदिग्ध मैसेज के लिंक पर क्लिक करने से बचें।
- संदेश की पुष्टि करें: यदि मैसेज किसी जान-पहचान वाले से आया हो, तो उन्हें फोन कर इसकी पुष्टि करें।
- ग्रीटिंग्स या ऑफर वाले मैसेज न भेजें: ऐसे मैसेज से खुद भी बचें और दूसरों को भी सतर्क करें।
- सोशल मीडिया संदेशों से सावधान रहें: व्हाट्सएप या फेसबुक पर आए लिंक को खोलने से पहले सोचें।
- ऑफर वाले मैसेज से बचें: कई बार इन ऑफर्स में भी फिशिंग लिंक छिपे होते हैं।
ठगी का शिकार होने पर क्या करें?
यदि आप साइबर ठगी के शिकार हो जाएं, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें और घटना की रिपोर्ट करें। पुलिस का कहना है कि ऐसे संदेशों को खोलने से पहले उनकी जांच जरूर कर लें। यदि कोई संदेश वायरल हो रहा हो, तो अपने परिचितों को भी इसकी जानकारी दें ताकि वे ठगी से बच सकें।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि त्योहार के इस मौसम में साइबर अपराधी अधिक सक्रिय हो जाते हैं, इसलिए लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
Chief Editor, Aaj Khabar