मेरठ। सेना में भर्ती का झांसा देकर युवकों को ठगने वाले फर्जी कर्नल को मिलिट्री इंटेलीजेंस की सूचना पर मेरठ एसटीएफ की फील्ड युनिट ने धर दबोचा है। पकड़ा गया आरोपी सेना में चालक पद से रिटायर्ड है। हैरानी की बात यह है कि आरोपी कर्नल डीएस चौहान की नेम प्लेट लगाकर युवाओं को फांसने का काम करता था। उसके पास से पांच ज्वाइनिंग लेटर, एक प्रिंटर, कर्नल की वर्दी के साथ ही फर्जी आइकार्ड बरामद हुआ है।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी एसटीएफ बृजेश सिंह ने बताया, सेना में चालक पद से रिटायर्ड चालक सत्यपाल यादव पुत्र करन सिंह पुणे में तैनाती के दौरान कर्नल डीएस चौहान की गाड़ी चलाता था। जब वह सेना से रिटायर हुआ तो उसने डीएस चौहान की नेम प्लेट बनाई और कर्नल की वर्दी पहन कर अपनी फोटो ख्ंिाचवाई। एक फर्जी आईडी भी बना ली। बस इसी के बाद उसने सेना में भर्ती होने के चाह रखने वालों से जालसाजी शुरू कर दी। खुद को कर्नल डीस चौहान बताता और पोस्टिंग पुणे में बताता। कर्नल के रूआब में सत्यपाल ने युवाओं को ठगने का काम शुरू कर दिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी सात साल में कई युवाओं से भर्ती के नाम पर करोड़ों की ठगी कर चुका है। जब मामले की शिकायत हुई तो एसटीएफ और एमआई सत्यपाल के पीछे लग गई। सटीक सूचना के बाद जालसाज को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके घर से कई बैंकों की चैकबुक, डीएस चौहान के नाम का परिचय भी मिला है।
Chief Editor, Aaj Khabar