पंतनगर। शिक्षा प्रणाली को वैश्विक स्तर पर हो रहे प्रौद्योगिकी, आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत है। शैक्षणिक संस्थानों को ऐसे स्नातक तैयार करने चाहिए, जो उद्योग के लिए तैयार हों और जो रोजगार सृजित कर सकें एवं प्रौद्योगिकी केन्द्रित विश्व में प्रतिस्पर्धा कर सकें। यह बात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पंत नगर विवि के 35वें दीक्षांत समारोह में कही। उन्होंने कहा कि देश में कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने और कृषि क्षेत्र के विकास पं. गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का अहम योगदान रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. नॉर्मन बोरलॉग ने पंतनगर विश्वविद्यालय को ‘हरित क्रांति का अग्रदूत’ नाम दिया था। इस विश्वविद्यालय में नॉर्मन बोरलॉग द्वारा विकसित मैक्सिकन गेहूं की किस्मों का परीक्षण किया गया था। इसने हरित क्रांति की सफलता में प्रभावी भूमिका निभाई है। राष्ट्रपति ने आशा जताई कि पंतनगर विश्वविद्यालय देश के कृषि क्षेत्र के विकास में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों को किसानों तक पहुंचाना कृषि विकास के लिए आवश्यक है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि यह विश्वविद्यालय विभिन्न जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकियों के माध्यम से श्ग्रामीण समुदाय की सहायता कर रहा है। इस दौरान राष्ट्रपति ने 1041 छात्र-छात्राओं को उपाधि बांटी। राष्ट्रपति ने 14 कुलपति स्वण पदक, 11 रजत पदक और 10 कांस्य पद बांटे। दीक्षांत समारोह में उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के शोधकर्ता, वैज्ञानिक और संकाय सदस्य हमारे भोजन की आदतों में मोटे अनाज को प्राथमिकता देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग आवश्यक है। उन्होंने फसल प्रबंधन, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैविक खेती आदि के माध्यम से कृषि में डिजिटल समाधान शुरू करने के लिए पंतनगर विश्वविद्यालय की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय कृत्रिम आसूचना के उपयोग के लिए भी कदम उठा रहा है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि इस विश्वविद्यालय ने अपना स्वयं का कृषि ड्रोन विकसित किया है जो कुछ ही मिनटों में कई हेक्टेयर भूमि पर छिड़काव कर सकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि ड्रोन प्रौद्योगिकी का लाभ शीघ्र ही किसानों को प्राप्त होगा। कार्यक्रम में राज्यपाल गुरमीत सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, कृषि मंत्री गणेश जोशी, कुलपति डा. मनमोहन चौहान समेत विभिन्न संकायों के विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
Chief Editor, Aaj Khabar