बात सुणी जा मेरी तू नी जा मुखी मोणि,पर्वतीय सांस्कृति उत्थान मंच में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम।

बात सुणी जा मेरी तू नी जा मुखी मोणि,पर्वतीय सांस्कृति उत्थान मंच में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम।
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सांस्कृतिक संध्या में चंद्र प्रकाश और पंकज पाण्डे के गीतों पर झूमे श्रोता।

हल्द्वानी। पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच हीरानगर में उत्तरायणी कौतिक पूरे शबाब पर पहुंच चुका है। मंच परिसर में खेलकूद प्रतियोगिताओं के साथ ही विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, वहीं सांस्कृतिक संध्या में लोक गायक भी धमाल मच रहे हैं। शनिवार को भी सांस्कृति संध्या में लोक कलाकारों ने अपने निराले अंदाज में लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उत्तरायणी पर्व के मौके पर मंच में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें अयुष्मान प्रथम रहे जबकि समीक्षा बर्गली द्वितीय और प्रियांशु और भूमि संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। इसके अलावा महिलाओं की ऐपण प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। ऐपण प्रतियोगिता ओपन महिला वर्ग में कविता भाकुनी विजयी रहीं। जबकि मीनू रावत व आकांषा पाण्डे दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। सीनियर वर्ग की ऐपण प्रतियोगिता में महित बिष्ट प्रथम, अर्शाली शर्मा दूसरे और युवराज चौहान तीसरे स्थान पर रहे। कुर्सी दौड़ के बालिका जूनियर वर्ग में काव्या सनवाल प्रथम, बबीता परगांई द्वितीय, वैष्णवी भट्ट तीसरे स्थान पर रहीं। जबकि आरवी पंतोला को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। बालिका सीनियर वर्ग में सोनाली कौर पहले, साक्षी पुनेठा दूसरे और दीपाली सिंह तीसरे स्थान पर रही। महिला ओपन वर्ग में कविता भाकुनी, मुन्नी सुयाल और ज्योति बसेड़ा पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। इधर सांस्कृतिक संध्या में चंद्र प्रकाश और पंकज पाण्डे के गाए लोक गीतों ने खूब वाहवाही लूटी। पंकज पाण्डे ने हिमाली ह्वे ले…, पाणी भरण नौला…, बेडू पाको बारामासा…, बात सुणी जा मेरी… और चंद्र प्रकाश ने पैला साला म्यर राधिका इंटर मा फैला..,,मैं जांदु कमला तै गंगा पारा, पहाड़ो ठंडो पानी पी आली…, का हरैई आज म्यर पहाड़ रीति रिवाज… आदि गाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। शनिवार को सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ पूर्व पालिकाध्यक्ष हेमंत बगडवाल, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस दौरान उत्तराखंड की संस्कृति की संरक्षण और संवर्धन के लिए उनके द्वारा दिए जा रहे योगदान के लिए पदमश्री डा. यशोधर मठपाल को सम्मानित किया गया। उन्होंने उत्तरायणी कौतिक के जरिए मंच द्वारा कुमाऊंनी संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए किए जा रहे प्रयास की सराहना की। कहा, पर्वतीय संस्कृति को अक्षुण्ण बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा। उन्होंने सभी लोगों के उत्तरायणी पर्व की शुभकामनाएं भी दी। इस दौरान संरक्षक हुकुम सिंह कुंवर, अध्यक्ष खडक़ सिंह बगड़वाल, उपाध्यक्ष गोपाल सिंह बिष्ट, महासचिव यूसी जोशी, सचिव देवेंद्र तोलिया, कोषाध्यक्ष त्रिलोक बनोली, शोभा बिष्ट, पुष्पा संभाल, चंद्रशेखर परगाई, कमल किशोर, कमल जोशी, संदीप भैसोड़ा, मीमांशा आर्य, सांस्कृतिक संयोजक मंजू बिष्ट दानू, खेल संयोजक लक्ष्मण सिंह मेहरा, मेला संयोजक पूरन भंडारी, हेम भट्ट, तरुण नेगी, ललित बिष्ट, रितिक आर्य, धर्म सिंह बिष्ट, नीरज बगड़वाल, यशपाल टम्टा आदि समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

बात सुणी जा मेरी तू नी जा मुखी मोणि,पर्वतीय सांस्कृति उत्थान मंच में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम। बात सुणी जा मेरी तू नी जा मुखी मोणि,पर्वतीय सांस्कृति उत्थान मंच में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम।

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