देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस के जातीय जनगणना को समर्थन देने पर कांग्रेस की बहुसंख्यक समाज को बाँटने की साजिश के रूप में बताकर खुलकर आलोचना की है। देवभूमि में चुनावी लाभ पाने के लिए जातीय वैमनस्य को फैलाने का आरोप लगाते हुए, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस की राजनीतिक खेल में शामिल होने का आरोप लगाया।
भट्ट ने कहा, “कांग्रेस सबसे अधिक समय सत्ता में रही, लेकिन कभी जाति जनगणना नहीं करवाई। जिस ओबीसी समाज के नाम पर कांग्रेस इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ने मंडल कमीशन के तहत पिछड़े वर्ग के लिए 27 फीसदी आरक्षण का विरोध किया था।”
उन्होंने इसे कांग्रेस के चुनावी हितों के लिए एक आदलत जाता दिया और देवभूमि की जनता के खिलाफ घड़बड़ी बढ़ाई। उन्होंने इस तरह के जातीय विभेद के खिलाफ जनता की साजिशों के विरुद्ध आवाज उठाई और कांग्रेस की राजनीतिक घमासान का पर्दाफाश किया।
इसके अलावा, भाजपा सरकार ने ओबीसी और जनजाति आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया है, और ओबीसी समाज के लोग विकास के माध्यम से अब अपने हक की प्राप्ति कर रहे हैं। इसके बावजूद, कांग्रेस को विकास के मुद्दे पर गंभीर रूप से संविदान और जनकल्याणकारी योजनाओं से सरोकार नहीं है, और उनका लक्ष्य अल्पसंख्यक समुदाय को तुष्टिकरण करने और बहुसंख्यक समुदाय को बाँटने में है।
भाजपा द्वारा यह आलोचना की गई है कि कांग्रेस विकास के बजाय जाति आधार पर बांटने का आखिरी दांव खेल रही है, और इसके परिणामस्वरूप, वे लोकसभा चुनावों में तीसरी बार नकार का सामना कर रही हैं।
Chief Editor, Aaj Khabar