‘धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज’ के नाम से लोगों से करते थे जालसाजी, लाखों की हेराफेरी में दो जालसाज गिरफ्तार।

'धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज' के नाम से लोगों से करते थे जालसाजी, लाखों की हेराफेरी में दो जालसाज गिरफ्तार।
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हल्द्वानी। लोगों के साथ लाखों रूपए की धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के मामले में नैनीताल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से कार, बोलेरो, एसी, लेपटॉप, सोफा, गीजर, चिमनी आदि बरामद हुई है।

बता दें कि इसी महीने की 14, 17 और 18 सितंबर को भुवन सिंह निवासी मुखानी, विनय रौतेला निवासी बद्रीपुरा मुखानी, जय कुमार सिंह निवासी अतुल इलेक्टॉनिक मुखानी की तहरीर पर मुखानी थाने में तीन मुकदमे दर्ज हुए थे। मामला जालसाजी से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। मामलें की विवेचना आम्रपाली चौकी प्रभारी अनिल कुमार, चौकी प्रभारी लामाचौड़ उपनिरीक्षक सुनील गोस्वामी एवं एसआई प्रीती को सौप दी गई। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रहलाद नारायण मीना ने बताया कि तहरीर में पांच पूर्व मुखानी क्षेत्र में धनलक्ष्मी इंटर प्राइजेज नाम की कंपनी खोले जाने और प्रत्येक व्यक्ति से 15 सौ रूपए जमानत राशि जमा कर बनावटी आभूषण बनाने व रोजना वाहन प्रयोग के लिए कार को 1 हजार रूपए किराए एवं तेल पर किराये में लगाये जाने की बात कही और कार मालिक द्वारा लगातार बारिश की वजह से रोड ब्लाक होने के स्विफ्ट और बुलोरो वाहनों की पार्किंग धनलक्ष्मी इंटरप्राजेज की पार्किंग में खड़ी की गई। दो दिन बाद यानि 11 सितंबर को जब वे कंपनी के लालडांठ रोड मेंसंतोष माता मंदिर माता स्थित कार्यालय पहुंचे तो कंपनी का दफ्तर बंद मिला। इतना ही नहीं मोबाइल फोन भी बंद और पार्क किए गए वाहन भी गायब थे। तहरीर में कहा गया है कि धनलक्ष्मी कंपनी में बैठे एक व्यक्ति और उसके दो साथियों से हुई, उसमें से एक व्यक्ति ने अपना नाम अंकुश गुप्ता बताया और खुद को कंपनी का मालिक बताया। उन्होंने बताया कि कंपनी के काम को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें इलेक्ट्रालिक उपकरणों की जरूरत है और उपकरण की खरीद के लिए उन्होंने दो लाख 20 हजार 800 रूपए का चैक दिया। इसके बाद उन्होंने अखिल इंटर प्राइजेज से उसी फर्जी चैक के आधार पर इलेक्ट्रानिक सामान एसी आदि खरीद लिए। एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच के दौरान पुलिस को अहम सुराग मिले और उन्होंने जालसाजी में शामिल राज चौधरी एवं विनीत कुमार को 18 सितंबर को भोपुराचौक गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने कि 5-6 महीने पूर्व धनलक्ष्मी जिसमें जसवाल को मालिक बनाकर कुछ लोगों को एजेन्ट बनाते थे। उसके एजेन्ट घर-घर जा कर लोगो को मेम्बरशिप में 1500 रूपये सिक्योरिटी के नाम पर जमा कर उन्हे मोती की माला बनाने के लिए कच्चा माल देकर माला बनवाते थे, जिसके एवज में प्रतिदिन 100 रूपये प्रत्येक व्यक्ति को दिए जाते थे।

जिसके बाद उसी माला को अपने फर्जी कम्पनी कार्यालय में लाकर उन्हे तोड़कर फिर से दुबारा कम्पनी के घाटे में चलने पर इनके द्वारा चैक देकर दुकानों से महॅगे-महॅगे इलैक्टॉनिक एवं अन्य सामान लेकर कम्पनी के नाम का फर्जी चैक देकर सामान और पार्किंग में खड़े वाहनों को लेकर फरार हो गए। पुलिस इनका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। पुलिस टीम की सफलता पर एसएसपी ने 2500 रूपए का ईनाम देने की घोषणा की है। एसएसपी ने बताया कि जालसाजी में शामिल दीपक एवं सुशील कुमार उर्फ धन सिंह की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस टीम में एसआई सुनील गोस्वामी, फिरोज आलम, कां. चन्दन नेगी, उमेश राणा, एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह, हेड कांस्टेबल त्रिलोक रौतेला, कांस्टेबल दिनेश नगरकोटी, भानु प्रताप जोशी, अशोक रावत,अनिल गिरी सर्विलांस शामिल थे।

 

 

'धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज' के नाम से लोगों से करते थे जालसाजी, लाखों की हेराफेरी में दो जालसाज गिरफ्तार। 'धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज' के नाम से लोगों से करते थे जालसाजी, लाखों की हेराफेरी में दो जालसाज गिरफ्तार।

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