हल्द्वानी। जमरानी बांध डूब क्षेत्र में एक ही जगह की जमीनों के लिए अलग-अलग मानक बनाए जाने से लाग हलकान हैं। एक ही जगह पर मौजूद जमीनों को तीन श्रेणियों में बांट दिया है। इतना ही नहीं जो जमीन उच्च श्रेणी की है उसे निम् श्रेणी में दर्शाया गया है। इसी मामले को लेकर जमरानी बांध डूब क्षेत्र में आ रहे गांवों के लोग मंडलायुक्त से मिले। बताया कि जो जमीन ए श्रेणी की है उसे बी श्रेणी में दर्शा दिया गया है। ग्रामीणों ने हैरानी इस बात पर जताई की डूब क्षेत्र की कुछ जमीनें ए श्रेणी में हैं जिन्हें बी में दर्शाया दिया है। यह मामला मंडलायुक्त दीपक रावत की जन सुनवाई में आया। आयुक्त ने कहा कि अपर जिलाधिकारी तथा जमरानी बांध परियोजना के अधिकारियों के सम्मुख वार्ता कर प्रत्येक व्यक्ति की समस्याओं का निस्तारण किया जायेगा। जनसुनवाई कुछ मामले अवैध कालोनियां बनाकर प्लाटिंग के मामले आये। आयुक्त ने कहा कि बिना नक्शा पास कराये अवैध प्लाटिंग की जाती है तो सम्बन्धितों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। जनसुनवाई में शहर मे बाहरी लोगों द्वारा बिना सत्यापन के फेरी, रेहडी आदि लगाई जा रही है अनुचित है जिससे शहर में चोरी आदि घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने पुलिस महकमे के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बाहरी लोगों का सत्यापन नियमित किया जाए जिससे शहर में होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। जनसुनवाई में भूमि विवाद, विद्युत, पेंशन, अतिक्रमण, घरेलु समस्याओं के साथ ही अधिकांश शिकायतें भूमि विवाद की आई। भूमि विवाद के मामलों में आयुक्त द्वारा क्रेता एवं विक्रेता दोनो पक्षों को बुलाकर समस्याओं का मौके पर समाधान किया। जनसुनवाई में इंश्योरेेश कम्पनियों के द्वारा ठगी के मामले आये आयुक्त ने दोनो पक्षों को अगली जनसुनवाई में तलब किया। जनसुनवाई में अधिकांश मामले भूमि विवाद से सम्बन्धित आये जिनका आयुक्त ने मौके पर क्रेता एवं विक्रेता को तलब कर समस्याओं का निस्तारण किया।
Chief Editor, Aaj Khabar