हल्द्वानी। जिस जमीन के लिए वनभूलपुरा में हिंसा भडकी थी, अब उसी जमीन पर पुलिस देखरेख चौकी खोल दी गई है। उसका शुभारंभ भी उन महिला दरोगाओं ने किया जो दंगाइयों के हमले में घायल हो गई थी। डीआईजी की मौजूदगी में महिला दरोगाओं ने चौकी का फीता काटकर शुभारंभ किया। पुलिस प्रशासन ने भी यहां पर चौकी खोल कर यह संदेश दे दिया है कि दंगाइयों को किसी भी हाल में बख्शा में नहीं जाएगा। वह पाताल में छिपे होंगे, पुलिस उन्हें ढूंढ निकालेगी।
वनभूलपुरा के मलिक का बगीचा को अतिक्रमण से मुक्त करा दिया गया है। अब यहां पर थाना बनाया जाएगा। जब तक यहां पर चौकी नहीं बन जाती है तब तक यहां पर देखरेख चौकी संचालित की जाएगी। मंगलवार को डीआईजी की मौजूदगी में घयल महिला दंगों में घायल महिला दरोगाओं ने देखरेख चौकी का उदघाटन किया। चौकी में एक दरोगा व 4 पुलिस कर्मियों की मत्रतैनाती की गई है। साथ ही पैरा मिलिट्री फोर्स भी तैनात की गई है। बता दें कि वनभूलपुरा में हिंसा भडकने के बाद कर्फ्यू लगा दिया था। अब यहां पर हालत धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। जिस जगह को लेकर बवाल हुआ था अब उस स्थान पर चौकी बना दी गई है। मंगलवार को डीआईजी कुमाऊ रेंज डा. योगेंद्र रावत की मौजूदगी में बवाल में घायल हुई महिला दरोगाओं ने देखरेख चौकी का फीता काटकर उदघाटन किया। इस क्षेत्र में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। यहां पर फोर्स भी बढ़ा दी गई है। आईटीबीपी और एसएसबी की अतिरिक्त फोर्स पहुंचने के बाद सर्च अभियान में भी जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है। वनभूलपुरा में धार्मिक स्थल ढहाए जाने के बाद उपजे बवाल के बाद अब क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम है लेकिन फिर भी कड़ी निगरानी बरती जा रही है। क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती की गई है। पैरा मिलिट्री फोर्सेज की अतिरिक्त कंपनियां भी यहां पहुंच गई हैं जिस कारण से अब इनके ड्यूटी ऑवर्स को बांट दिया गया है। वनभूलपुरा में भंडकी हिंसा के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से 4 कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्सेज की मांग की थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने आईटीबीपी और एसएसबी की कंपनी यहां भेज दी। इन सभी को संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है। वहीं मलिका का बगीचा में भी पुलिस फोर्स की तैनात की गई है। अब यहां पर देखरेख चौकी खुल गई है जि कारण से वनभूलपुरा थाने पर कम बोझ पड़ेगा और क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही चौकसी भी सही तरीके से हो पाएगी। वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा पूरे इलाके में जोर शोर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। सर्च अभियान के तहत पुलिस ने दर्जनों लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि इनके मोबाइल फोन से वीडियो और अन्य फुटेज भी मिली है जिसके बाद से पुलिस ने साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए हैं। वहीं राज्य सरकार की डिमांड पर यहां पर तीन कंपनी आईटीबीपी और एक कंपनी एसएसबी की भी यहां पर पहुंच चुकी है। तनावग्रस्त इलाके में ड्यूटी देते रहने के बाद अब जवान अब पर्याप्त आराम ले सकेंगे।
Chief Editor, Aaj Khabar