हल्द्वानी। पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच हीरानगर में स्वस्ति वाचन और शगुन आंखर के साथ घुघुतिया त्यार का श्रीगणेश हो गया है। मंच के पदाधिकारियों ने गोल्ज्यू पूजन के बाद उत्तरायणी मेले का शुभारंभ किया गया। पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच में 8 से 15 जनवरी तक चलने वाले उत्तरायणी मेले में पहाड़ी संस्कृति पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहेगी।
उत्तरायणी मेले के दौरान खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इस दौरान खो-खो, दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जूनियर बालिका वर्ग की खो-खो प्रतियोगिता में बिष्ट एकेडमी विजेता और देवभूमि एकेडमी रनर अप रहा। सीनियर बालिका वर्ग में आनंदा एकेडमी विजेता और एसेंट पब्लिक स्कूल रनर अप रही। वहीं सौ मीटर बालक जूनियर वर्ग में कपिल सिंह बिष्ट प्रथम, करण बर्गली द्वितीय और आयुष बिष्ट तृतीय स्थान पर रहे। जबकि सीनियर बालक वर्ग में ऋतिक थापा, अनुज कुमार और कुनाल रावत क्रमशरू प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। वहीं बालिका सब जूनियर दौड़ प्रतियोगिता में बबीता तिवारी प्रथम, पलक शर्मा द्वितीय और आरूषि आर्या तीसरे स्थान पर रही। जूनियर बालिका वर्ग में हिना, गौरी गुरूरानी और ट्विंकल आर्या पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं। सीनियर बालिका वर्ग में जानवी दानू प्रथम, अंशिका साहू द्वितीय और निकिता जोशी तृतीय स्थान पर रहीं। वहीं मंच परिसर में लगे स्टालों में लोगों को पहाड़ी उत्पादों, हस्तशिल्प और ग्रामोद्योग के उत्पाद खरीदने का अवसर भी मिलेगा। उत्तरायणी मेले में पहले दिन दोपहर में बच्चों की दौड़ व खो-खो प्रतियोगिता आयोजित की गई। देर शाम सांस्कृतिक संध्या में अमित गोस्वामी ने कैले बाजे मुरुली बैठा, ऊंची ऊंची डान्यूं मां, हाय तेरी रूमाला गुलाबी मुखड़ी.. के गीतों पर समा बांधा। सूरज कुमार आर्य ने नी बास कोयली तै डाना पारा अरे कुहू कुहू नी मार डाडा, व लोकगायकी बबीता देवी ने क्या भल लागछू म्यर पहाड़ा बान-बान का छन याका त्यौहार.. अपनी मधुर आवाज से कुमाऊंनी गीतों की प्रस्तुती देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक दलों के कलाकारों द्वारा भी एक से बढक़र एक अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुति पेश की। मेले स्थल पर विभिन्न उत्पादों के करीब 120 से अधिक स्टाल लगाए गए है। इस दौरान महिलाओं की ओर से लगाया गया सना हुआ नीबू के स्टाल लोगों को खासा आकर्षित किया। बच्चों के लिए कई तरह के झूले भी लगाए गए हैं। मेले में मुनस्यारी, पिथौरागढ़, धारचूला, चंपावत और अल्मोड़ा से हस्तशिल्प और ग्रामोद्योग के उत्पाद पहुंचे हैं। मंच के अध्यक्ष खडक़ सिंह बगडवाल ने बताया कि मेले में 14 जनवरी तक रोजाना कुमाउंनी संस्कृति एवं परंपराओं पर आधारित कार्यक्रम होंगे। जिसमें कुमाऊं भर से लोक कलाकार प्रतिभाग कर रहे है। 14 जनवरी को नगर क्षेत्र में शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इस मौके पर दौरान हुकुम सिंह कुंवर, खडक़ सिंह बगडवाल, भुवन जोशी, त्रिलोक बनौली, शोभा बिष्ट, पूरन भंडारी, देवेन्द्र तोलिया, संदीप भैंसोड़ा, गोपाल सिंह बिष्ट, हेम भट्ट, धर्म सिंह बिष्ट, मंजू दानू बिष्ट, ललित बिष्ट, पुष्पा संभल, मधु सांगुड़ी, बिमला संगुड़ी, कल्पना भंडारी, बीडी पाठक, एनबी गुणवंत, लक्ष्मण सिंह मेहरा आदि मौजूद रहे।
Chief Editor, Aaj Khabar