नैनीताल। कुमाऊं विवि विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय के विशेष आग्रह पर बुधवार को लगातार दूसरे दिन डीएसबी परिसर में पूर्व छात्र तथा कुलपति असम केंद्रीय विश्वविद्यालय सिलचर प्रो. राजीव मोहन पंत एवं उनकी धर्मपत्नी डीएसबी पहुंचे तथा उनका डीएसबी परिसर निदेशक कार्यालय में स्वागत और अभिनंदन किया गया।
इस दौरान प्रोफेसर राजीव पंत ने डीएसबी परिसर में अपने अध्ययन के समय के विभिन्न अनुभवों को साझा किया। प्रो. पंत ने गोल्डन जुबली वर्ष में सभी को बधाई दी । इस मौके पर प्रो. पंत ने डॉक्टर कृतिका बोरा भूगोल तथा प्रो संजय घिल्डियाल इतिहास द्वारा लिखित ट्रेंड्स इन डॉक्टोरल डिसर्टेशन इन ज्योग्राफी इन कुमाऊं यूनिवर्सिटी 1973 से 2023 पुस्तक का लोकार्पण किया जिसमें कुमाऊं विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के शोध कार्यों तथा शोधकर्ता का संकलन किया गया है ।
प्रो. पंत ने भूगोल विभाग द्वारा बनाए गए विस एटलस डीएसटी प्रोजेक्ट का भी विमोचन किया जिसे कंसल प्रिंटर ने प्रकाशित किया है । प्रो. आरसी जोशी तथा डॉक्टर कृतिका बोरा ने पुस्तक का विवरण प्रस्तुत किया । इस अवसर पर प्रो. राजीव पंत ने कहा की पुस्तकें जीवन का अमृत है जो ज्ञान का अमरत्त्व देती है तथा अनभिज्ञ को ज्ञात कराती हैं। कहा कि पुस्तकें जीवन का मूल आधार होती हैं। प्रो. पंत ने बॉटनी डिपार्टमेंट का हर्बेरियम तथा ग्लास हाउस भी देखा। इस दौरान उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट किया गया।
उन्होंने प्रो. पांगती को नमन किया तथा विभाग के कार्यों के सराहना की। प्रो. पंत ने पटवा के साथ गिंगो बिलोबा पौधे को भी जाना तथा विभाग द्वारा प्रकाशित फ्लोरा का भी अवलोकन किया। प्रो. पंत ने पत्रकारिता तथा जन संचार विभाग का भी भ्रमण किया तथा विभागाध्यक्ष प्रो. गिरीश रंजन तिवारी समेत डॉक्टर पूनम बिष्ट समेत कंचन वर्मा से मुलाकात की। इस दौरान निदेशक प्रो नीता बोरा,प्रो. आरसी जोशी तथा महासचिव एलुमनी सेल प्रो.ललित तिवारी समेत प्रो. सुषमा टम्टा,प्रो नीलू लोधियाल समेत अन्य गुरूजन व कर्मी मौजूद रहे।
Chief Editor, Aaj Khabar