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Dehradun News: फर्जी रजिस्ट्री घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई तेज हो गई है। ईडी ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम और पंजाब के लुधियाना समेत विभिन्न स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया है। उत्तराखंड में विशेषकर देहरादून और ऋषिकेश में कई स्थानों पर छापेमारी जारी है।
फर्जी रजिस्ट्री मामले में भूमाफिया, रजिस्ट्री कार्यालय में कार्यरत सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों, सरकारी वकीलों, और कुछ बिल्डरों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। जुलाई 2022 में इस घोटाले का पहला मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके बाद अब तक 18 से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं और 20 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आज सुबह करीब 6 बजे ईडी की 25 गाड़ियों की टीम देहरादून में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी के लिए पहुंची। छापेमारी में भूमाफिया, सरकारी कर्मचारी, वकील इमरान और कमल विरमानी के घरों पर भी कार्रवाई की जा रही है। कमल विरमानी को 27 अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया गया था। कुछ टीमें ऋषिकेश भी पहुंची हैं और विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई कर रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम ने विभिन्न स्थानों पर दस्तावेज, कागजात और महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई है। छापेमारी का यह अभियान देर रात तक चलने की उम्मीद है। देहरादून पुलिस ने जानकारी दी है कि फर्जी रजिस्ट्री घोटाले के संबंध में कुल 13 अभियोग दर्ज किए गए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।
यह घोटाला जुलाई 2023 में सहायक महानिरीक्षक निबंधन संदीप श्रीवास्तव की शिकायत के बाद उजागर हुआ था। उनकी शिकायत पर कोतवाली नगर देहरादून में मुकदमा दर्ज किया गया और एसआईटी टीम का गठन किया गया। एसआईटी ने रजिस्ट्रार ऑफिस से 30 से अधिक रजिस्ट्रियों की जानकारी जुटाई और कई लोगों से पूछताछ की, जिससे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संतोष अग्रवाल, दीप चंद अग्रवाल, मक्खन सिंह, डालचंद, वकील इमरान अहमद, अजय क्षेत्री, रोहताश सिंह, विकास पांडे, कुंवर पाल उर्फ केपी, कमल विरमानी और विशाल कुमार शामिल हैं।
Chief Editor, Aaj Khabar