Uttarakhand: कुमाऊं मंडलायुक्त एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निजी सचिव दीपक रावत ने सिंचाई विभाग द्वारा 10 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विकास और सुरक्षात्मक योजनाओं की मंडल स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में कुमाऊं मंडल के सभी जिलों के अधिशासी अभियंता उपस्थित रहे। समीक्षा बैठक का मुख्य उद्देश्य सिंचाई विभाग द्वारा चलाए जा रहे विकास और उपचारात्मक कार्यों की प्रगति का आकलन करना और उनमें तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करना था।
बैठक के दौरान मुख्य अभियंता सिंचाई ने जानकारी दी कि पिथौरागढ़ के धारचूला विकासखंड में ग्वालगांव (ऐलधारा) और टनकपुर-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर हो रहे सक्रिय भूस्खलन के स्थायी समाधान हेतु सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं। इसके अलावा, धारचूला के खौतिला में तटबंध और बाढ़ सुरक्षा दीवार को मजबूत करने के कार्य भी चल रहे हैं। गूंजी में काली नदी के पास बाढ़ सुरक्षा कार्य प्रगति पर है, जो इस क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा प्रदान करेगा।
अल्मोड़ा जिले के विकासखंड द्वाराहाट में गगास बैराज के निर्माण का कार्य किया जा रहा है, जो जल संरक्षण और सिंचाई की जरूरतों को पूरा करेगा। साथ ही, हवालबाग विकासखंड में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में भू-धसाव और भू-कटाव के कारण आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों को बचाने के लिए सुरक्षात्मक कार्य जारी हैं। अल्मोड़ा नगर पालिका में ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण भी सिंचाई विभाग के अधीन किया जा रहा है।
जनपद नैनीताल में बलिया नाला भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में उपचारात्मक कार्यों पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, डीएसबी कॉलेज गर्ल्स हॉस्टल और ठंडी सड़क में हो रहे भू-स्खलन से सुरक्षा के लिए भी कार्य चल रहे हैं। बैठक के दौरान उधम सिंह नगर, नैनीताल, पिथौरागढ़, और अल्मोड़ा जनपदों के विभिन्न विकास और सुरक्षात्मक कार्यों की समीक्षा की गई।
मंडलायुक्त ने अधिकारियों को इन सभी योजनाओं की प्रगति में तेजी लाने और उन्हें समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।
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Chief Editor, Aaj Khabar