New Delhi News: Enforcement Directorate (ED) ने एचपीजेड टोकन मोबाइल एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत अभिनेत्री तमन्ना भाटिया से पूछताछ की है। ईडी के अनुसार, इस मामले में फर्जी कंपनियों द्वारा “डमी” निदेशकों के नाम पर बैंक खाते और मर्चेंट ID खोले गए थे।
इस जांच के दौरान देशभर में छापेमारी की गई, जिसमें 455 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति और जमा राशि जब्त की गई। ईडी ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग रोकने के लिए बने कानून PMLA के तहत तमन्ना भाटिया का बयान उनके क्षेत्रीय कार्यालय में दर्ज किया गया। उन्हें एप कंपनी के कार्यक्रम में सेलिब्रिटी के रूप में धनराशि प्राप्त हुई थी, लेकिन उनके खिलाफ कोई अपराधजनक आरोप नहीं हैं।
इस मामले में निवेशकों को बिटकाइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से भारी रिटर्न का झांसा देकर ठगने का आरोप है। आरोपितों ने एचपीजेड टोकन मोबाइल एप का उपयोग कर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया।
मार्च में ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र में कुल 299 कंपनियों को आरोपित बनाया गया है, जिनमें 76 चीनी नियंत्रित कंपनियां शामिल हैं। दो संस्थाएं अन्य विदेशी नागरिकों द्वारा संचालित की जा रही हैं। यह मनी लॉन्ड्रिंग मामला कोहिमा पुलिस की साइबर अपराध यूनिट की प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत विभिन्न आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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Chief Editor, Aaj Khabar