हल्द्वानी। ईडी ने पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत के करीबियों की संपत्ति को जांचना शुरू कर दिया है। हाल ही में ईडी को रूद्रप्रयाग की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा केे बैंक लॉकर से करीब 50 लाख रूपए के गहने बरामद किए गए हैं। ईडी ने इसका हिसाब मांगा है। ईडी ने यह गहने घण्टाघर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के लाकर्स से बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि ईडी लक्ष्मी राणा के इौर लॉकरों को भी खोलेगी। प्रवर्तन निदेशालय पूर्व मंत्री के करीबियों की अचल अचल संपत्ति की निगरानी कर रही है। अब ईडी हरक रावत के उन करीबी लोगों की सूची बना रहा है जिनकी हालत कुछ साल पहले काफी कमजोर थी और अब लाखों-करोड़ों के मालिक हैं। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय के हाथ अहम सुराग भी लगे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने ईडी का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया।
यहां पर बता दें कि 2016 में हरीश सरकार से बगावत करने पर लक्ष्मी राणा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। लेकिन 2017 में ही उनकी पार्टी में वापसी हो गई और उन्हें रूद्रप्रयाग विधानसभा का टिकट दे दिया गया। हालांकि लक्ष्मी राणा चुनाव नहीं जीत पाई। प्रवर्तन निदेशालय ने बीती 7 और 8 फरवरी को तलाशी के दौरान 1.10 करोड़ की नगदी, 80 लाख रूपए के डेढ़ किलो सोना, विदेशी मुद्रा राशि 10 लाख, बैंक लॉकर आदि दस्तावेज जब्त किए थे। ईडी को हरक के दून स्थिति आवास से 3 लाख रूपए मिले थे। उल्लेखनीय है कि कार्बेट पार्क के पाखरो रेंज में हुए घपले, जमीन खरीद व अन्य गड़बड़ियों को लेकर ईडी ने 7 फरवरी को पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत, आईएफएस, पूर्व डीएफओ किशन चंद, बृज बिहारी शर्मा व बीरेंद्र कंडारी के यहां छापे मारे थे। राज्य सरकार के कर्मचारी रहे बीरेंद्र सिंह कंडारी पूर्व मंत्री हरक सिंह के स्टाफ में लम्बे समय तक रहे। जबकि डीएफओ किशन चन्द्र शर्मा जिम कार्बेट की पाखरो सफारी घोटाले में चर्चा में रहे थे। डीएफओ आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में जेल भी जा चुके हैं। तब ईडी ने दिल्ली, दून, चंडीगढ़, काशीपुर, श्रीनगर, लैंसडौन, हरिद्वार, ऋषिकेश व गुड़गांव समेत 17 स्थानों पर छापे मारी की थी।
Chief Editor, Aaj Khabar