हरिद्वार। डॉ अशोक मर्डर केस के मास्टर माइंड को उत्तराखंड एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपी पर हरिद्वार पुलिस ने 25 हजार रूपए का ईनाम घोषित किया था। डाक्टर से लूटपाट और हत्याकांड के मामले में 4 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि 11 सितंबर को कनखल हरिद्वार निवासी दीप्ति पुत्र डा. अशोक चड्ढा ने पुलिस में तहरीर दी थी कि उसके पिता की अज्ञात लोगों ने गला रेत कर हत्या कर दी है। हत्याकांड की जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। इसके बाद हत्याकांड के खुलासे को लेकर टीम का गठन किया। जांच में पता चला कि डा. अशोक चड्ढा की हत्या कांड लूटपाट के इरादे से अंजाम दिया गया। पुलिस ने 15 नवंबर को भानु प्रताप पुत्र कटार सिंह निवासी ग्राम बस्तोरा थाना हस्तिनापुर मेरठ, संदीप कुमार पुत्र जवाहर सिंह निवासी पण्डितपुरी रायसी लक्सर जिला हरिद्वार, अभिजीत उर्फ सुक पुत्र मनमोहन सिंह निवासी आर्यनगर ज्वालापुर हरिद्वार और मनीष गिरी पुत्र जनेश्वर निवासी बैराज कालोनी मायापुर हरिद्वार को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि लूटपाट और हत्याकांड में शिव्वू लगडा पुत्र मोहर सिह निवासी लालमन्दिर आर्यनगर ज्वालापुर हरिद्वार और दीपक कोती पुत्र इदम सिह निवासी रावली महदूद सिडकुल जनपद हरिद्वार भी शामिल हैं। आरोपी हत्याकांड के बाद से फरार चल रहे थे। शिब्बू लंगड़ा हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता था जिस पर एसएसपी ने 25 हजार रूपए का ईनाम घोषित कर दिया। ईनामी बदमाश को पकड़ने के लिए एसटीएफ ने सूचनाएं एकत्रित करनी शुरू कर दी जिसके बाद हत्याकांड केे मास्टर माइंड शिब्बू लंगड़ा को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। टीम में निरीक्षक यशपाल बिष्ट, एएसआई देवेंद्र भारती, हे.कां. देवेंद्र ममगाई, प्रमोद पंवार, कां. दीपक चंदोला, कादर खान शामिल रहे।
Chief Editor, Aaj Khabar