Dehradun: उत्तराखंड सरकार के “जनसेवा सर्वोपरि” संकल्प और मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप देहरादून जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में प्रशासन ने एक संवेदनशील और प्रभावशाली पहल की है। नगर निगम में कार्यरत पर्यावरण मित्र स्व. सुरेंद्र सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी रेनू, जो दो बच्चियों की मां हैं, मृतक आश्रित कोटे से नौकरी पाने के लिए लगातार प्रयास कर रही थीं, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पा रही थी।
थक-हार कर रेनू ने 7 जुलाई को जनता दर्शन में जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई। डीएम सविन बंसल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम और तहसील अधिकारियों को तत्काल तलब किया और देरी पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मृतक आश्रित कोटे से नौकरी रेनू का अधिकार है और इसमें कोई टालमटोल नहीं चलेगी।
जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर निगम और तहसील प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए मात्र पांच दिनों में सभी दस्तावेज़ों की प्रक्रिया पूरी कर दी है। अब रेनू को शीघ्र ही नौकरी मिलने की उम्मीद है। यह कार्रवाई न केवल प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि जनता दर्शन की प्रभावशीलता का भी प्रमाण है।
प्रत्येक सोमवार को आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में दूरदराज़ से आने वाले नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा रहा है। अब सिर्फ राजस्व विभाग ही नहीं, बल्कि अन्य विभागों, कंपनियों और संस्थानों से जुड़ी शिकायतों को भी प्राथमिकता से निपटाया जा रहा है।
इस घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया है कि शासन की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता और डीएम का संवेदनशील नेतृत्व आमजन की उम्मीदों को मजबूती प्रदान कर रहा है।
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Chief Editor, Aaj Khabar