Nainital: मानसून से पहले की तैयारियों की समीक्षा के उद्देश्य से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार को जिलाधिकारी एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में सभी विभागीय अधिकारियों को मानसून से पूर्व आवश्यक तैयारियां समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सभी सड़क निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया कि जिले की सभी मुख्य व ग्रामीण सड़कों की नालियों और स्कबर की सफाई मानसून प्रारंभ होने से पहले अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने बताया कि पहले दी गई बैठक में इसके निर्देश दिए जा चुके हैं, और अब इस पर प्रगति रिपोर्ट मांगी गई है। सभी उपजिलाधिकारियों को राज्य मार्गों तथा तहसीलदारों को प्रमुख जिला मार्गों का भौतिक निरीक्षण कर 10 जून तक सफाई कार्य का सत्यापन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए।
जिलाधिकारी ने संवेदनशील सड़कों पर 10 जून तक जेसीबी, पोकलैंड व लोडर मशीनों की तैनाती सुनिश्चित करने के साथ उनके GPS मैपिंग कराने के निर्देश दिए। साथ ही, ऑपरेटरों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शित करने की बात कही गई। जहां भी ट्रीटमेंट कार्य लंबित हैं, उन्हें शीघ्र पूर्ण कर प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा गया।
मानसून में संभावित मार्ग बंद होने की स्थिति में यात्रियों की सहायता हेतु विशेष व्यवस्थाएं करने के निर्देश भी दिए गए। चोरगलिया, चुकम और हैड़ाखान जैसे नदी-नालों से प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य आपूर्ति व चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि सभी विद्यालय भवनों का निरीक्षण किया जाए, छतों की मरम्मत और पेड़ों से खतरे वाले भवनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। विद्युत विभाग को मानसून में बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में त्वरित मरम्मत की तैयारी रखने के लिए ट्रांसफार्मर, पोल और तार का पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा गया।
हल्द्वानी नगर आयुक्त को नालियों की सफाई 10 दिन में पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही, जिलाधिकारी ने खुद कुछ पार्षदों से सफाई कार्य की जानकारी फोन पर ली। सभी थानों और तहसीलों में आपदा राहत उपकरणों की जांच व प्रशिक्षण कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करने का निर्देश भी दिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जिले की सभी 108 एंबुलेंस व अन्य विभागीय एंबुलेंस को सुचारू रूप से संचालित करने, निर्धारित स्थानों पर तैनात करने तथा पर्याप्त दवाओं का स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया। दूरस्थ क्षेत्रों में मानसून के दौरान एंबुलेंस की तैनाती भी सुनिश्चित की जाएगी।
सिंचाई विभाग को बाढ़ नियंत्रण कार्यों को समय पर पूर्ण करने और जलभराव वाले क्षेत्रों के लिए ड्रेनेज योजनाएं बनाने को कहा गया। उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र में चल रहे आपदा नियंत्रण कार्यों का नियमित निरीक्षण करें और किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित राहत व बचाव कार्यों हेतु कार्ययोजना तैयार करें, साथ ही सैन्य एवं अर्धसैनिक बलों से समन्वय स्थापित करें।
बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तावित कार्यों को स्वीकृति दी गई, जिनमें विद्यालयों की छतों की मरम्मत, नालों की सफाई और नदियों पर सुरक्षात्मक कार्य शामिल हैं।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी, अपर जिलाधिकारी फिंचा राम चौहान, पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र सहित सभी उपजिलाधिकारी और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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Chief Editor, Aaj Khabar