Nainital: लगातार हो रही वर्षा और मौसम विभाग की चेतावनियों को देखते हुए जिला प्रशासन नैनीताल पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। जिलाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की अध्यक्ष वंदना ने समस्त विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित रिस्पॉन्स के साथ राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने को कहा है।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सड़क निर्माण एजेंसियों को सड़कों को बंद होने की स्थिति में तुरंत खोलने और संवेदनशील स्थलों पर जेसीबी मशीनें तैनात रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी नदियों और नालों पर नजर बनाए रखने, जलस्तर के खतरे के निशान से ऊपर जाने की स्थिति में आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के आदेश भी दिए गए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात राजस्व और ग्राम्य विकास विभाग के कर्मियों को क्षेत्र में रहकर आपदा नियंत्रण कक्ष (05942-231178/79/81, 8433092458, टोल फ्री: 1077) से संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे आपदा की स्थिति में मोबाइल फोन बंद न रखें और तत्काल प्रतिक्रिया दें। जिलाधिकारी ने आम जनता से भी सतर्कता बरतने और पहाड़ी क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में जिले के सभी उपजिलाधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में निरीक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है।
उपजिलाधिकारी नैनीताल नवाजिश खलिक ने खूपी गांव, चारटन लॉज, कृष्णापुर और बलिया नाला सहित कई संवेदनशील स्थानों का निरीक्षण कर हालात सामान्य पाए। रामगढ़ और भीमताल क्षेत्र में तैनात अधिकारियों से भी स्थिति की जानकारी ली गई और सतर्क रहने को कहा गया।
रामनगर उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने सांवल्दे, कोसी बैराज, भरतपुरी, गौजानी समेत कई क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और पाया कि सभी नाले और सड़कों पर आवागमन सुचारु है। लगातार क्षेत्रीय अधिकारियों से संवाद कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
कालाढूंगी के उपजिलाधिकारी परितोष वर्मा ने भी क्षेत्र का जायजा लेकर स्थिति सामान्य होने की जानकारी दी और सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए।
हल्द्वानी में नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने जलभराव की समस्या को मौके पर हल कराया और संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने देवखड़ी और रकसिया नालों का निरीक्षण कर जल निकासी कार्यों का मूल्यांकन किया और राजस्व अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा।
कैंचीधाम उपजिलाधिकारी मोनिका ने भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग के भूस्खलन संभावित क्षेत्रों समेत ग्रामीण मार्गों का निरीक्षण कर जेसीबी मशीनों की तैनाती की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने क्षतिग्रस्त मार्गों और संवेदनशील स्थलों की लगातार निगरानी के निर्देश दिए।
धारी के उपजिलाधिकारी के एन गोस्वामी ने तहसील के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया और चार बंद ग्रामीण सड़कों को खोलवाकर आवागमन बहाल कराया। उन्होंने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं।
वर्तमान में जिलेभर में स्थिति सामान्य है, परंतु प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
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Chief Editor, Aaj Khabar