Uttarakhand: उत्तराखंड में इस वर्ष चारधाम यात्रा ने ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित करते हुए राज्य के आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य को नई दिशा दी है। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि तीर्थाटन अब केवल श्रद्धा का विषय नहीं रह गया है, बल्कि यह स्थानीय रोजगार, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भी एक मजबूत आधार बन चुका है।
उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 32 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम यात्रा में शामिल हो चुके हैं। विशेष रूप से केदारनाथ धाम में मात्र 48 दिनों में 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं, जिससे लगभग 300 करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज हुआ है। इस तीर्थ यात्रा के दौरान स्थानीय व्यापार, परिवहन और सेवाओं को जबरदस्त प्रोत्साहन मिला है।
चारधाम के अतिरिक्त अन्य धार्मिक स्थलों की ओर भी श्रद्धालुओं का आकर्षण बढ़ा है। हेमंत द्विवेदी ने बताया कि श्री कार्तिकेय स्वामी मंदिर में अब तक 10 लाख श्रद्धालु पहुंच चुके हैं, जबकि उत्तरकाशी स्थित जगन्नाथ मंदिर में 25 हजार और श्री हेमकुंड साहिब में भी बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों की उपस्थिति दर्ज की गई है।
सरकार द्वारा तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु रात्रि विश्राम, भोजन, स्वास्थ्य सेवाएं, डिजिटल ट्रैकिंग और आपातकालीन व्यवस्थाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है। द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में तीर्थाटन को सरल, सुरक्षित और भव्य बनाने के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री धामी की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जिनके नेतृत्व में तीर्थ स्थलों के बुनियादी ढांचे का विस्तार और आधुनिकीकरण किया जा रहा है। यह यात्रा आज सनातन संस्कृति का गौरव होने के साथ-साथ उत्तराखंड के लिए आत्मनिर्भरता और नवजागरण का प्रतीक बन चुकी है।
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Chief Editor, Aaj Khabar