Haldwani: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड पेयजल निगम के अध्यक्ष शैलेष बगोली द्वारा हल्द्वानी के अधीक्षण अभियंता सुजीत कुमार विकास को कर्मचारी आचरण नियमावली के उल्लंघन पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
शिकायतकर्ता संजय कुमार ने आरोप लगाया कि वर्ष 2022 में सुजीत कुमार ने उनकी फर्म ‘हर्ष इंटरप्राइजेज’ का निगम में पंजीकरण करवाने और काम दिलाने का आश्वासन दिया था। इसके एवज में संजय कुमार ने 6 से 8 जून 2022 के बीच कुल ₹10 लाख की रकम पाँच किस्तों में ‘कुचु-पुचु इंटरप्राइजेज’ के खाते में स्थानांतरित की। जांच में यह सामने आया कि यह फर्म सुजीत कुमार की पत्नी रंजु कुमारी की है।
सुजीत कुमार को 15 दिन में स्पष्टीकरण देने का अवसर दिया गया था, लेकिन निर्धारित समयसीमा तक कोई जवाब नहीं मिला। प्राप्त तथ्यों के आधार पर यह कृत्य गंभीर प्रकृति का भ्रष्टाचार माना गया है और कर्मचारी आचरण विनियमावली का उल्लंघन भी।
निगम के अनुसार, यदि सुजीत कुमार प्रभारी मुख्य अभियंता के पद पर बने रहते, तो इससे विभागीय कार्यप्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता। इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए रुड़की स्थित मानव संसाधन प्रकोष्ठ, महाप्रबंधक (प्रशिक्षण) कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
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Chief Editor, Aaj Khabar