New Delhi News: रविवार की रात, हिजबुल्लाह ने इजरायल के बिनयामीना मिलिट्री बेस पर एक घातक ड्रोन हमला किया, जिसमें इजरायली सेना के चार सैनिकों की जान गई और लगभग 70 सैनिक घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल सात सैनिकों को हेलीकॉप्टर की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया है। इजरायली सेना ने सैनिकों के परिवारों को घटना की जानकारी दे दी है।
टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, हिजबुल्लाह ने अपने दो आत्मघाती ड्रोन का उपयोग किया, जो समुद्र के रास्ते इजरायल में दाखिल हुए। ये ड्रोन हिजबुल्लाह के प्रमुख मिरसाद ड्रोन थे, जिन्हें ईरान में अबाबिल-टी के नाम से भी जाना जाता है। अल्मा सेंटर के मुताबिक, इन ड्रोन की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे है और वे 370 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से उड़ सकते हैं, साथ ही 40 किलोग्राम विस्फोटक ले जाने में भी सक्षम हैं।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि इजरायली रडार ने दोनों ड्रोनों को ट्रैक किया था। इनमें से एक ड्रोन को हाइफा के पास मार गिराया गया, जबकि दूसरे ड्रोन का पीछा करने के बावजूद इजरायली वायुसेना इसे पकड़ने में असफल रही। कहा जा रहा है कि यह ड्रोन जमीन के बेहद करीब उड़ रहा था, जिससे एयर डिफेंस सिस्टम इसे ट्रैक नहीं कर पाया।
हिजबुल्लाह ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए बयान दिया है कि उन्होंने यह हमला गुरुवार को बेरूत में दो इजरायली हमलों के प्रतिशोध में किया था, जिसमें उन्होंने 22 लोगों के मारे जाने का दावा किया। उल्लेखनीय है कि यह इजरायल पर दो दिन में हुआ दूसरा ड्रोन हमला है; इससे पहले शनिवार को तेल अवीव के एक उपनगर में भी ड्रोन से हमला हुआ था, जिसमें कोई घायल नहीं हुआ।
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Chief Editor, Aaj Khabar